इफ्तार पार्टी पर बीजेपी के आरोप का नीतीश कुमार ने दिया जवाब, कहा- 2017 से ही यहां इफ्तार पार्टी हो रही है, अलग होने के बाद ये क्या-क्या बोलते हैं
 

 

सीएम नीतीश कुमार के सरकारी आवास एक अण्णे मार्ग पर शुक्रवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया. इस इफ्तार पार्टी में शामिल होने के लिए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के कई दिग्गज पहुंचे. इस इफ्तार पार्टी के लिए बीजेपी को भी न्यौता भेजा गया था. मगर इस इफ्तार पार्टी में आने से बीजेपी ने साथ तौर पर इंकार कर दिया है. वहीं इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 2017 से ही यहां इफ्तार पार्टी हो रही है. बीच में कोरोना की वजह से दो साल नहीं हो पाया. बीजेपी जब साथ में थी तो क्या इफ्तार पार्टी नहीं होती थी? वो लोग भी तो इफ्तार देते हैं. अलग होने के बाद ये क्या-क्या बोलते हैं.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आप सभी को इस अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. हर वर्ष इसका आयोजन होता रहा है. आज के आयोजन में राज्य के विभिन्न जगहों से कई लोग आए हैं. मुझे इसकी खुशी है. सभी लोगों को मिलजुल कर प्रेम के साथ रहना है. वहीं बीजेपी पर निशाना साधते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी के लोग ऐसे ही कुछ न कुछ बोलते रहते हैं. बीजेपी नेताओं की आदत ही गई है बिना मतलब की बात करना. उन्होंने कहा कि हर राजनीतिक दल की तरफ से रमजान के मौके पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाता है. खुद बीजेपी की तरफ से भी दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया जाता रहा है. जब सरकार में थे तो वे लोग भी इफ्तार पार्टी में शामिल होते थे. सीएम ने कहा कि बीजेपी के लोगों को बताना चाहिए कि इसके पहले वे लोग भी इफ्तार पार्टी में शामिल हुआ करते थे. 

दरअसल सीएम नीतीश कुमार के सरकारी आवास एक अण्णे मार्ग पर शुक्रवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया. इस इफ्तार पार्टी में महागठबंधन के कई दिग्गज पहुंचे. वहीं नीतीश कुमार की तरफ से बीजेपी को भी न्यौता भेजा गया था. मगर बीजेपी इसमें शामिल नहीं हुई. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा था कि बिहार दंगों में जल रहा है. राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है और मुख्यमंत्री इफ्तार पार्टी कर रहे हैं. ऐसी पार्टी में बीजेपी का कोई नेता शामिल नहीं होगा.