CAA को लेकर हो रहे विरोध पर बोले ललन सिंह, विपक्ष के पास कोई आधार नहीं, कुशवाहा औऱ चिराग पर भी दिया बड़ा बयान

 

भारत में सीएए यानी नागरिकता (संशोधन) अधिनियम-2019 लागू हो चुका है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सीएए को लागू करने की घोषणा की. विवादास्पद कानून को पारित किए जाने के चार साल बाद केंद्र के इस कदम के कारण पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आने वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता प्रदान करने का रास्ता साफ हो गया है. हालांकि कानून के लागू होते ही देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो रहे हैं. 

इसको लेकर जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर सांसद ललन सिंह ने कहा है कि विपक्ष का विरोध करने का काम है लेकिन विरोध करने का कोई आधार भी होना चाहिए. यह कानून पार्लियामेंट से पास हुआ और तब राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू किया गया है. कानून अगर बना लागू हुआ तो इसमें कौन बड़ी बात है.

उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान, बांग्लादेश में या अफगानिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यक हिंदू समाज के लोगों को न्याय दिलाने के लिए अगर कोई कानून बना है तो इसमें हल्ला करने की कौन सी बात है. इस देश में जो नागरिक हैं उनपर यह कहां लागू होता है, फिर भी अगर हल्ला करना है तो करते रहिए.

वहीं मंत्रिमंडल विस्तार पर ललन सिंह ने कहा यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विशेषाधिकार है। ओवैसी की पार्टी बिहार के 11 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़गी, इसपर ललन सिंह ने कहा कि ओवैसी की भी अपनी पार्टी है अगर वे अपना कैंडिडेट खड़ा कर रहे हैं इसमें कहां कोई ख़ास बात है। उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान के नाराजगी पर ललन सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का जो केंद्रीय नेतृत्व है वह उन लोगों से बात कर रहा है।