पप्पू यादव ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, राहत और बचाव के कार्यों में तेजी लाने की मांग की

 

पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव ने आज कुरसेला में कौशिकीपुर, सिमरा, नंदगोला, जंगल टोला, मोहनपुर समेत अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का नाव से दौरा किया. इस दौरान उन्होंने जल प्लावित क्षेत्र का निरीक्षण कर स्थिति को बेहद भयावह बताया और सरकार से अविलंब कुरसेला, रुपौली, बायसी, बरारी और मनिहारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित कर राहत और बचाव के कार्यों में तेजी लाने की मांग की.

हालांकि, नाव से दौरा करने के दौरान नाव वाले और अन्य लोगों के मना करने पर सांसद ने कहा कि मुझे दिखावे में रूचि नहीं है. जनता मुसीबत में ये मेरे लिए गंभीर मसला है और उन्हें इस तरह से नहीं छोड़ सकते. इसके बाद सांसद ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के बाद कहा कि अभी तो सबसे ज्यादा जरुरी बाढ़ प्रभावित जनता के लिए युद्धस्तर पर राहत कार्य एवं बचाव कार्य चलाने की है. इसके बाद सरकार को स्पर, बांध और नदियों से गाद की सफाई पर कार्य करना चाहिए क्योंकि अगर गाद मैनेजमेंट समय रहते नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में हालत और भयावह होने वाले हैं.


पप्पू यादव ने बाढ़ की स्थिति पर राज्य सरकार को घेरा और कहा कि जब सालों भर बाढ़ को रोकने के लिए बांध पर कार्य चलते हैं, फिर भी कटाव की स्थिति भयवाह क्यों है? उन्होंने कहा कि फ्लड फाइटिंग और एंटी रोजन के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई को पदाधिकारी और माफिया लोग लूटने का काम करते हैं, जिसकी वजह से इसका स्थायी निदान निकल नहीं पा रहा और जनता के पैसे की बर्बादी हो रही है. यह बंद होना चाहिए क्योंकि सरकार के पैसे पर पहला हक जनता का ही है और आज जनता जब मुसीबत में हैं. तब भी खानापूर्ति की जा रही है.

उन्होंने कम्युनिटी किचन पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि बाढ़ में फंसे लोगों तक खाना पहुंचाने में नाकाम है. उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कम्युनिटी किचन के नाम पर खानापूर्ति चल रही है, जबकि जहां हजारों की संख्या में लोग फंसे हैं, वहां 400 पैकट बांट कर बंदरबांट करवा रहे हैं. यह चिंताजनक है. उन्होंने रुपौली प्रखंड के सीओ को अविलंब बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राशन, दावा आदि जरूरत के सामान मुहैया कराने के निर्देश दिए.

सांसद पप्पू यादव को रुपौल प्रखंड में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात के दौरान लोगों ने बताया कि बारिश और आंधी के नाम पर बिजली विभाग वाले अक्सर 5 - 6 दिन तक बिजली काट देते हैं, जिससे उन्हें बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जूनियर इंजिनियर जनता का फ़ोन नहीं उठाते. लोगों की इस परेशानी को लेकर सांसद ने बिजली विभाग के अधिकारी को भी फ़ोन किया और जूनियर इंजिनियर को फटकार भी लगायी. उन्होंने कहा कि जनता को परेशान करना बंद करें और बिजली की आपूर्ति ससमय कराएं.