आरक्षण पर छिड़ी सियासी रार, चिराग ने विपक्ष को दिया करारा जवाब 

 

लोकसभा चुनाव के बीच आरक्षण का मुद्दा गर्म हो गया है। विपक्ष की तरफ से लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा सत्ता में आई तो  संविधान खत्म कर देगी। वहीं एनडीए की तरफ से पलटवार करते हुए विपक्ष पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया जा रहा है। इनसब के बीच  लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी आरक्षण को पिछड़ों और दलितों से छीनकर एक खास धर्म के लोगों को देना चाह रहे हैं।

आरक्षण को लेकर छिड़े घमासान पर चिराग ने कहा ओबीसी और पिछड़ों के आरक्षण को छीनकर उसे धर्म के आधार पर देने का प्रावधान कांग्रेस और उनके सहयोगियों के द्वारा किया जा रहा है। जिस संविधान का नाम लेकर ये लोग बार-बार लोगों को डराने की कोशिश कर रहे हैं और कह रहे हैं कि संविधान को समाप्त कर दिया जाएगा लेकिन उसी संविधान में स्पष्ट तौर से यह बात कही गई है कि धर्म के आधार पर किसी को कोई आरक्षण नहीं दिया जा सकता है।

चिराग ने कहा कि कर्नाटक जैसे राज्यों में जिस तरीके से ओबीसी का आरक्षण छीनकर धर्म के आधार पर दूसरे लोगों को दिया जा रहा है ये कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सोंच है। जिसमें वे धीरे-धीरे आरक्षण को समाप्त कर किसी एक धर्म विशेष को आगे बढ़ाने की सोच रखते हैं। 

उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान में भी उस वक्त स्पष्ट तौर पर कहा गया था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार एक धर्म विशेष के लोगों का है। यह कांग्रेस की वही तुष्टीकरण की राजनीति है और इसको ढंकने के लिए यह लोग हमलोगों पर इल्जाम लगाते हैं कि हमलोग आरक्षण समाप्त कर देंगे और संविधान खतरे में है जबकि हकीकत में यह तमाम कदम कांग्रेस और उसके सहयोगी उठा रहे।