आरसीपी सिंह ने नई पार्टी बनाने का किया ऐलान, बोले- अपनी पार्टी बनाऊंगा फिर बिहार घूमूंगा

 

बिहार में अगले साल विधानसभा का चुनाव होना है। ऐसे में तमाम राजनेता अब अपनी अंतिम तैयारियों को अब रंग देने में जूट गए हैं। इसी बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बिहार में नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है. बीजेपी से उन्होंने नाता खत्म करने की बात कही है. बीजेपी में मान सम्मान नहीं मिल रहा था, इसलिए उन्होंने बीजेपी से किनारा करने लेने की सोची है. उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी और जेडीयू के कई नेता उनके संपर्क में हैं. 

पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने अपने भविष्य की सियासत पर खुलकर बात की. आरसीपी सिंह से जब पूछा गया कि आपकी सियासी गतिविधि नजर नहीं आ रही आप साइड क्यों हैं. इसके जवाब देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं हर जगह नजर आता हूं. कई महीनों से मैं बिहार के विभिन्न कोनों में जा रहा हूं.

कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करता रहता हूं. मैं बैठा कभी नहीं हूं. लगातार दौरा कर रहा हूं. जब पटना में रहता हूं तो कार्यकर्ताओं से मुलाकात करता हूं. 

आरसीपी सिंह से जब पूछा गया कि क्या आप भारतीय जनता पार्टी में हैं, इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी में सदस्यता अभियान चल रहा है. मैंने कोई रिन्यूअल नहीं कराया. भविष्य के राजनीतिक पर जब सवाल किया गया तो आरसीपी सिंह ने कहा नई पार्टी बनाएंगे.  आरसीपी सिंह से जब पूछा गया कि बीजेपी में मान सम्मान मिल रहा है तो फिर नई पार्टी क्यों बनाने की जरूरत क्यों पड़ी? इसका जवाब देते हुए आरसीपी सिंह ने कहा ऐसा आपको लगता है. मैं दौरे पर गया था. हमारे बहुत सारे कार्यकर्ता हैं, बिहार में आज एक भी पार्टी नहीं जहां कार्यकर्ताओं का मान सम्मान है.  

मैं संगठन का आदमी रहा हूं, पहले सरकारी संगठन में था फिर पॉलिटिक्स में आ गया. मुझे पता है कि संगठन में कार्यकर्ताओं के साथ कैसे संवाद रखा जाए. मैंने जो महसूस किया लोगों से बातचीत के दौरान, बिहार के लोग उदास हैं. उनमें उत्साह की कमी है. उन लोगों के राय से ही अब पार्टी बनाने जा रहा हूं. नए दल के बैनर के तहत बिहार में काम करने की रणनीति कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न बैठकों में तय की गई है.

आरसीपी सिंह से जब पूछा गया कि आपकी पार्टी जब बनेगी तो सबसे ज्यादा नुकसान किसे होगा?  इसके जवाब में आरसीपी सिंह ने कहा कि हमारी सोच नेगेटिव नहीं है. हम किसी को चोट नहीं करेंगे. मेरी सोच है कि जो लोग किसी दल में दाएं बाएं पड़े हुए हैं, उन्हें मुख्य धारा की सियासत में लाएं. आरसीपीसिंह से पूछा गया क्या जेडीयू ने आपसे संपर्क किया है. इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमसे किसी ने संपर्क नहीं किया है. अगर जेडीयू बुलाएगी तो जाएंगे इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हम पार्टी बना रहे हैं. हम क्यों जाएंगे. 

 प्रशांत किशोर की नई पार्टी पर आरसीपी सिंह ने कहा सामाजिक जीवन हो या राजनीतिक जीवन जब नई चीज आती है तो कुछ तो बदलाव आता है. जो हमारे साथी उपेक्षित पड़े हुए हैं, उनका साथ जोड़ने का हमारा लक्ष्य है. विपक्षी दलों के नीतीश कुमार को कमजोर और थका हुआ बताए जाने के सवाल पर आरपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार में सभी गुण हैं. मैंने नीतीश कुमार के साथ 24 वर्षों तक काम किया है.  नीतीश कुमार जो काम करते हैं, उसका अपना एक स्टाइल है. 

 

मालूम हो की आरसीपी सिंह ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत जदयू से की थी लेकिन उन्होंने 5 अगस्त 2022 में जेडीयू से इस्तीफा दिया था। जेडीयू छोड़ने के ठीक 9 महीने बाद 11 मई 2023 को दिल्ली में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ली। बीजेपी के सीनियर नेता धर्मेंद्र प्रधान ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया था। लेकिन पार्टी में उचित स्थान नहीं मिलने से वे काफी समय से नाराज चल रहे थे। इसके बाद अब उन्होंने यह निर्णय लिया है। 


बता दें कि रामचंद्र प्रसाद सिंह यानी RCP सिंह 1984 बैच के IAS अधिकारी रह चुके हैं। नीतीश कुमार के स्वजातीय हैं और उनके गृह जिले नालंदा के ही निवासी है।  RCP सिंह उत्तर प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी थे. नीतीश जब केंद्र में मंत्री बने तब उन्हें उत्तर प्रदेश से लाकर अपना सचिव बनाया गया। उसके बाद जब बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली तो फिर से उन्हें उत्तर प्रदेश बुलाकर अपना प्रधान सचिव बनाया फिर नीतीश कुमार ने जदयू का सुप्रीमो भी RCP को बनाया था, लेकिन बाद में दोनों में दूरियां बढ़ गईं।