आरजेडी बोलीं- JDU-BJP की भ्रष्ट मिलीभगत की भेंट चढ़ेगी 70वीं BPSC परीक्षा, हावी रहेगा अफसरशाही, चलता रहेगा 'नालंदा गैंग' का अत्याचार

 

बिहार में 13 दिसंबर को BPSC की ओर से कंबाइंड 70वीं बैच की प्रीलिम्स परीक्षा का आयोजन किया जाना है। वहीं इस परीक्षा को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। राजद ने अपने ऑफिशियल X अकाउंट से एक पोस्ट करते हुए लिखा है कि

JDU-BJP की भ्रष्ट मिलीभगत की भेंट चढ़ेगी 70वीं BPSC परीक्षा ?

67वें BPSC की राह चला 70वीं BPSC परीक्षा। आयोग के सर्वर में गड़बड़ी से एक लाख अभ्यर्थी अधर में लटके

नॉर्मलाईजेशन की विवादित आंकलन पद्धति पर आयोग की चुप्पी

कोचिंग माफिया और परीक्षा माफिया के दबाव में काम कर रहा है आयोग।

इसके साथ ही RJD ने एक और पोस्ट में लिखा है कि जब तक है भाजपा-नीतीश सरकार, हर परीक्षा पर हावी रहेगा अफसरशाही का अहंकार! चलता रहेगा 'नालंदा गैंग' का अत्याचार! जारी रहेगा BJP-JDU का भाई-भतीजावाद, धांधली, पेपर लीक और भ्रष्टाचार! सरकार बदलो! बिहार बदलो!

इसके पहले RJD ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि पूरे आसार नजर आ रहे हैं कि भाजपा-जदयू की भ्रष्ट जुगलबंदी के दबाव में 70वीं BPSC की बहाली भी साफ-सुथरी नहीं होने जा रही है, 67वीं BPSC वाला हाल होने जा रहा है। आयोग के ही सर्वर की खामियों के 80-90 हजार भुक्तभोगी अभ्यर्थियों को आयोग ने निष्ठुरता से नॉन सीरियस करार दिया और फॉर्म भरने की तिथि नहीं बढ़ाई गई। नॉर्मलाईज़ेशन की संभावना पर भी आयोग ने चुप्पी साध लिया है। आयोग को किसी भी दबाव में सभी शिकायतों, आशंकाओं को दरकिनार कर कान में रुई ठूंस किसी तरह बस परीक्षा की औपचारिकता पूरी कर लेने की अपनी कार्यशैली से बचना चाहिए।

साल 2022 में आयोजित की गई BPSC 67वीं PT के पेपर को रद्द कर दिया गया था। आयोग ने यह फैसला पेपर आउट होने के बाद लिया था। बता दें कि एग्जाम शुरू होने के पहले ही सी सैट का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद आयोग ने 3 सदस्यीय कमेटी गठित की थी, जिसको 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपनी थी। कमेटी ने 3 घंटे के अंदर ही अपनी रिपोर्ट दे दी। इसके बाद आयोग के अध्यक्ष आरके महाजन ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया। दोबारा इस परीक्षा का आयोजन 30 सितंबर 2022 को किया गया था। मुख्य परीक्षा 30 दिसंबर, 31 दिसंबर 2022 और 7 जनवरी 2023 को हुई थी। फाइनल रिजल्ट साल 2023 में जारी किया गया था।