सम्राट चौधरी बोले- 2022 में कैबिनेट में रखा था प्रस्ताव, लालू फैमिली, कांग्रेस ने हमेशा इसका विरोध किया

 
सम्राट

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जातीय जनगणना का जो फैसला लिया उसके लिए मैं उनको बधाई और धन्यवाद देना चाहता हूं। कल राजनीतिक विषयों की कैबिनेट समिति में ये निर्णय लिया गया।

गृह मंत्री पी चिदंबरम ने इसका विरोध करने का काम किया। कांग्रेस पार्टी के जवाहरलाल नेहरा, इंदिरा गांधी सहित सभी ने इसका विरोध करने का काम किया। बिहार में भी NDA की सरकार ने जातीय जनगणना कराने की सिफारिश केंद्र सरकार को की थी। हम सब प्रधानमंत्री से मिले और हमलोग जून 2022 में कैबिनेट में इस बात को रखा और पास करवाया।

आगे कहा कि आज कुछ लोग पटाखा छोड़ रहे है और मिठाई खिला रहे है। आज 99 संसद वाली पार्टी भी कह रही है, 4 लोगों वाली पार्टी भी इसपर अपना क्रेडिट ले रही है। ऐसा लग रहा है ये हमारे सहयोगी पार्टी है। हम चाहेंगे कि ये ऐसे ही प्रधानमंत्री के सभी नीतियों का समर्थन करते रहे।

कहा कि यह स्पष्ट हैं कि आज 293 सीटें देकर नरेंद्र मोदी को जनता ने प्रधानमंत्री बनाया है और इस लोकतंत्र को मजबूत किया तो जनता के सीधा जो डिमांड था जातीय जनगणना को गणना में शामिल करना इसको शामिल कर लिया गया है।

सम्राट चौधरी बोले की लालू जी का परिवार इस जातीय जनगणना का हमेशा विरोध करने का काम किया है। साथ ही नीतीश कुमार के कार्यों का क्रेडिट लिया है। ये लोग बस अपना राजनीतिक रोटी सेकने का काम कर रहे है।