सुधाकर सिंह ने नोटिस का दिया जवाब, कहा- हमने पार्टी की नीतियों और अनुशासन के खिलाफ कोई काम नहीं किया 

 

पूर्व कृषि मंत्री और आरजेडी के विधायक सुधाकर सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी की ओर से जारी नोटिस का जवाब दे दिया है। 15 दिनों के भीतर इसका सुधाकर सिंह से जवाब मांगा गया था। सुधाकर सिंह ने पांच पन्नों का जवाब राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव को भेज दिया है. जानकारी के अनुसार सुधाकर सिंह में अपने पत्र में बताया है कि हमने ऐसा कोई काम नहीं किया है जिससे पार्टी को नुकसान हो या फिर पार्टी के लिए गलत हो.

जानकारी के मुताबिक सुधाकर सिंह ने बताया है कि हमने पार्टी की नीतियों और अनुशासन के खिलाफ कोई काम नहीं किया है. हमने लगातार कृषि कानून और किसानों, पिछड़े गरीबों की बात कही है जो पार्टी का मुख्य एजेंडा भी है. सुधाकर सिंह ने कहा कि, गरीबों और पिछड़ों के लिए पार्टी मजबूती से आवाज उठाती रही है हमने भी आवाज उठाई है. कृषि कानून और किसानों को लेकर राजद के मैनिफेस्टो में जो बात है उसे ही मैं उठाता रहा हूं. 

दरअसल बिहार की गठबंधन बनने के बाद सुधाकर सिंह को कृषि मंत्री बनाया गया था. कृषि मंत्री बनने के बाद सुधाकर सिंह ने अपने विभाग पर ही सवाल खड़े कर दिए थे. खुद को चोरों का सरदार बताकर अधिकारियों पर सवाल खड़े किए थे. बाद के दिनो में सुधाकर सिंह ने मंडी कानून बनाने की मांग रखी. गठबंधन के भीतर उस समय स्थिति चिंताजनक बन गई जब सुधाकर सिंह ने लगातार सीएम नीतीश कुमार पर बयानबाजी शुरू कर दी. जदयू ने भी पलटकर जवाब देना शुरू किया जिसके बाद सुधाकर सिंह मंत्री पद से हटाए गए थे. नीतीश कुमार को लेकर जब बयानबाजी तेज हुई तो पार्टी को नोटिस देना पड़ा था और 15  दिन के भीतर जवाब देने को कहा. अब देखने वाली बात होगी की सुधाकर सिंह के जवाब के बाद पार्टी संतुष्ट होती है या फिर कोई कार्रवाई होती है. 

वैसे दूसरी ओर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सुधाकर सिंह के मामले पर कहा कि, सुधाकर सिंह ने जो जवाब दिया है. वह हमारे पास नहीं आया है. हां मगर जो जवाब दिया है उसकी जानकारी हम जरूर लेंगे.