सुशील मोदी ने नीतीश पर साधा निशाना, कहा- आनंद मोहन की आड़ में अपने समर्थकों को रिहा कर दिया
 

 

पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई मामले को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है. बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने इसको लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सरकार राजनीतिक फायदे के लिए कानून में संशोधन कर आनंद मोहन सिंह के साथ अन्य 26 लोगों को रिहा कर रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आनंद मोहन की आड़ में अपने 27 लोगों को चुनाव में फायदा लेने के लिए बूथ कैप्चरिंग करवाने के लिए रिहा करवाया है. हम इस फैसले का विरोध करते हैं. इस तरह दुर्दांत अपराधियों को छोड़ा जाना गलत है.

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि  "हमलोगों ने कभी नहीं कहा कि 27 लोगों को रिहा किया जाए लेकिन आपने एक व्यक्ति की आड़ में अपने 27 समर्थकों को रिहा कर दिया. ये तो छोड़ने का एक मात्र मकसद है लोकसभा चुनाव. हालांकि चुनाव पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन मंशा उनकी यही है. कानून में संशोधन कर दुर्दांत अपराधी को छोड़ा जाना यह जन विरोधी और दलित विरोधी फैसला है. जिन लोगों ने सरकारी अधिकारी की हत्या की, वैसे लोगों को आप छोड़ रहे हैं. जिस कारण से सरकारी कर्मचारी डर और भय में छोड़ रहे हैं.

सुशील मोदी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार ने खुद 2016 में ये कानून बनाया था कि जो अपराधी बलात्कार के साथ हत्या, डकैती के साथ हत्या या सरकारी कर्मी की हत्या जैसे अपराध में उम्र कैद की सजा काट रहे हैं उन्हें समय से पहले रिहाई की सुविधा नहीं दी जायेगी. सरकार ने माना था कि ये जघन्य अपराध हैं, जिनके दोषी को कोई छूट नहीं दी जा सकती. लेकिन नीतीश कुमार ने अपने ही द्वारा बनाये गये कानून को बदल दिया.