प्रशासन के लोगों के बिना मिले हुए इस प्रकार की घटना हो ही नहीं सकती, सुधाकर सिंह ने उठाए सवाल
 

 
sudhakar singh

बिहार के नालंदा और सासाराम में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा पर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी इस हिंसा को लेकर नीतीश सरकार पर जुबानी हमले कर रही. उनका कहना है कि नीतीश सरकार हिंसा रोकने में विफल रही है. वहीं अब पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने राजनीतिक दलों और प्रशासन पर सवाल उठाया. उनका मानना है कि यह राजनैतिक तौर पर प्रायोजित हिंसा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इसमें प्रशासन के कुछ अधिकारी भी मिले हैं. 

बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा है कि यह दंगा की घटनाएं पूर्व से सुनियोजित थी और इसमें राजनीतिक दलों का पूरा हाथ है. 1 साल के अंदर देश में लोकसभा चुनाव होने हैं ऐसे में इस घटना को वह चुनाव को लेकर पूर्व की तैयारी मानते हैं. इस घटना में शामिल जो भी लोग हैं उन्हें चिन्हित कर उन पर कड़ी कार्रवाई करने की वह मांग करते हैं.

सुधाकर सिंह ने आगे कहा कि इस पूरी घटना में प्रशासन के लोग भी शामिल है. बिना प्रशासन के लोगों के मिले हुए इस प्रकार की घटना हो ही नहीं सकती. यह बच्चों को कलम की जगह जो लोग तलवार और पत्थर थमाने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें चिन्हित करके उन पर कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है.