साल बदला नहीं बदले नीतीश, बयान और बॉडी लैंग्वेज से सबको किया हैरान, पढ़िए पूरी खबर 

 

-अनिकेत पाठक 
बिहार के सीएम नीतीश कुमार शुरू से ही अपने विवादमुक्त बयान और साफ-सुथरी छवि के लिए जाने जाते हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से वो अपने बयान को लेकर विवादों में घिर रहे हैं। साथ ही उनके बॉडी लैंग्वेज भी सभी को हैरान कर रहे हैं। बात साल 2023 की करें तो कई बार नीतीश कुमार अपने विवादित बयान और अजीबोगरीब बॉडी लैंग्वेज के लिए खबरों में बने रहे। नीतीश कुमार के बयानों पर साल 2023 में जमकर बवाल कटा। वहीं कई बार मीडिया के कैमरों में उनकी ऐसी तस्वीरें कैद हुई जिसको लेकर कई तरह के सवाल उठे। नीतीश कुमार को ट्रोल किया गया। उनके बॉडी लैंग्वेज को उनके मानसिक हालत से जोड़ कर कटाक्ष किया गया। साल बदला 2024 आया लेकिन नीतीश कुमार नहीं बदले। इस साल भी अबतक वो अपने कई बयानों और बॉडी लैंग्वेज को लेकर ट्रोल हो रहे हैं।

फिसली जुबान और ट्रोल हुए नीतीश 

लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कई बार सीएम नीतीश कुमार की जुबान फिसल गई। जिसको लेकर भी विपक्ष ने उनपर निशाना साध साथ ही सोशल मीडिया पर खूब मीम बने। 7 अप्रैल 2024 को नवादा में पीएम मोदी की सभा थी। जिसमें मंच से बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर मेरा 18वां, जबकि देश के प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी जी का दसवां साल चल रहा है। यह कार्यकाल आगे भी जारी रहेगा। पांच साल तक तो कोई दिक्कत नहीं है। हमें पूरी उम्मीद है कि चार हजार से ज्यादा सांसद रहेंगे इनके पक्ष में। दरअसल नीतीश भाजपा के 400 पार वाले नारे पर बोलना चाह रहे थे लेकिन वो 4000 बोल गए।

26 मई 2024 को नीतीश कुमार पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि  "हमारी इच्छा है कि हम देश भर में 400 से अधिक सीटें जीतें, और नरेंद्र मोदी जी फिर से मुख्यमंत्री बनें। देश का विकास हो, बिहार का विकास हो, सब कुछ हो।" हालांकि मंच पर मौजूद नेताओं ने जब उन्हें टोका तो उन्होंने अपने बयान में सुधार किया। 

बयान पर बवाल 

लोकसभा चुनाव के दौरान सीएम नीतीश के बयान को लेकर भी खूब बवाल हुआ। नीतीश कुमार चुनाव प्रचार के दौरान लालू परिवार पर जमकर हमला करते रहे। कई बार वो लालू यादव के बच्चों की संख्या पर तंज कसते दिखे। उन्होंने कहा कि "बेटा नहीं हो रहा था तो नौ-नौ गो बच्चा पैदा कर लिया। इतना पैदा किया जाता है।" इस बयान के काउंटर में तेजस्वी ने एनडीए के कई नेताओं और कई महान पुरुषों के नाम की लिस्ट जारी की जो कई-भाई बहन थे। 

बॉडी लैंग्वेज पर उठाए गए सवाल 

7 अप्रैल 2024 को नवादा में ही पीएम मोदी की रैली के दौरान की एक और वीडिओ वायरल हुआ। जिसमें नीतीश कुमार पीएम मोदी का पैर छूते दिख रहे थे।  बिहार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी अपने एक्स पर इस वीडिओ को शेयर कर तंज कसा। उन्होंने कहा कि "CM नीतीश PM मोदी के पैर छू रहे हैं। इतने बुजुर्ग और अनुभवी CM होकर नीतीश कुमार ने जो भरे मंच पर किया, उससे हम शर्मिंदा हैं।"

7 जून 2024 को दिल्ली में NDA की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया। इस दौरान 17 नेताओं ने भाषण दिया, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा नीतीश की हुई। नीतीश कुमार भाषण के तुरंत बाद पीएम के पास आए और उनके पैर छूने लगे। जिसको लेकर भी खूब कटाक्ष विपक्ष की तरफ से नीतीश कुमार पर किए गए।

18 जून 2024 को बिहार विधान मंडल परिसर में डॉ. अनुग्रह नारायण सिंह की जयंती के मौके पर राजकीय समारोह का आयोजन किया गया था। इस राजकीय समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कैबिनेट के मंत्रियों के साथ विधान मंडल पहुंचे थे। यहाँ नीतीश कुमार ने मंत्री अशोक चौधरी को आगे लेकर आए और उनके सिर को पहले मंत्री प्रेम कुमार के सिर से टकराया और फिर आगे बढ़कर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के सिर से अशोक चौधरी का सिर टकरा दिया। यह नजारा देखकर मंच पर मौजूद सभी लोग हंसने लगे।

19 जून 2024 को नालंदा यूनिवर्सिटी के उद्घाटन के दौरान भी नीतीश कुमार ने कुछ ऐसा किया जिससे पीएम मोदी भी चौंक गए। उद्घाटन कार्यक्रम में नीतीश कुमार पीएम मोदी के बगल में बैठे थे। अचानक नीतीश कुमार ने पीएम मोदी का हाथ पकड़कर कुछ देखने लगे। पीएम मोदी चौंक कर उनकी तरफ मुड़े फिर दोनों में कुछ बातचीत हुई और दोनों ही हंसने लगे। इस घटना का वीडिओ फिर तेजी से वायरल होने लगा है। जिसपर लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। 

2023 में भी अलग अंदाज में दिखे थे नीतीश

18 सितंबर 2023 को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए नीतीश कुमार की नजर आगे खड़े एक व्यक्ति पर पड़ी, जिसने सर पर तिलक यानि टीका लगा रखा था। बताया गया कि उसका नाम छोटू सिंह था। मुख्यमंत्री ने जैसे टीका लगाये छोटू सिंह को देखा वैसे ही पीछे पलट कर अपने एक मंत्री को ढूंढ़ना शुरू कर दिया। उन्होंने अन्य नेताओं के पीछे खड़े भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी को गर्दन से पकड़ कर खींचा। मंत्री की गर्दन को पीछे से पकड़ कर खींचते हुए नीतीश कुमार छोटू सिंह के पास ले गये और फिर उनके माथे से अपने मंत्री के माथे को मिला दिया। 

इस घटना को लेकर कुछ दिनों बाद मीडियाकर्मियों ने उनसे सवाल किया  जिसपर नीतीश कुमार ने कहा कि ” ऐसा नहीं है.. ना ना ऐसा नहीं है.. यह मत कहिए.. यह तो हम लोगों का प्रेम है.. हम इनसे बहुत प्रेम करते हैं। उन्होंने अपने बगल में खड़े मंत्री अशोक चौधरी को गले लगाते हुए कहा कि ‘हम जब इनको देखते हैं तो खुश हो जाते हैं।’

5 नवंबर 2023 को सीएम नीतीश कुमार मंत्री अशोक चौधरी के आवास पर पहुंचे हुए थे। जहाँ मंत्री अशोक चौधरी के पिता महावीर चौधरी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था। सभा में पहुंचे लोग महावीर चौधरी की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दे रहे थे। वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्रद्धांजलि देने के बजाय तस्वीर के पास रखे फूल को उठाया और मंत्री अशोक चौधरी के सर पर डाल दिया। उनकी इसी हरकत को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी खूब आलोचना की। विपक्षी नेताओं ने भी खूब तंज कसा।

बिहार विधानसभा में 7 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार ने महिला साक्षरता के मुद्दे को फैमिली प्लानिंग से जोड़ते हुए अजीबो-गरीब बयान दे दिया था। इस दौरान सीएम ने कि जब शादी होगा लड़का-लड़की में, तो पुरुष है वो तो रोज रात में… जिसके साथ शदिया होता है, उसके साथ करता है न। तो उसी में और पैदा हो जाता है। और लड़की पढ़ लेती है तो…. हमको मालूम था कि उ (पुरुष) करेगा तो ठीक है लेकिन अंतिम में भीतर मत घुसाओ, उसको बाहर कर दो। इसी कारण संख्या घटी है। उनके इस बयान पर इतना बवाल हुआ कि उन्हें अपने बयान के लिए सार्वजानिक रूप से माफ़ी मांगनी पड़ी।

10 नवंबर 2023 को विधानसभा में जीतन राम मांझी आरक्षण के समीक्षा पर बिहार सरकार के कार्यकलापों पर टिप्पणी कर रहे थे। तभी सीएम नीतीश कुमार उठ खड़े हुए और बरस पड़े। अपनी नाराजगी में सीएम नीतीश ने पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के लिए यहां तक कह दिया कि “इसको कोई सेंस नहीं है। ऐसे ही बोलते रहता है।” नीतीश कुमार यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा था कि “इनको (जीतन राम मांझी) कुछ आइडिया नहीं है। इनको कोई सेंस नहीं है। ऐसे ही बोलते रहता है। हम बोले थे कि आप ही लोग (भाजपा) के साथ ही रहे। लेकिन भाग कर चला आया था। इसके बाद हम फिर भगा दिए।

सीएम ने आगे कहा कि “कोई सेंस है इसको? आप लोगों (भाजपा) को जब छोड़ दिए थे, 2013 में और अकेले थे। हम इसको (जीतन राम मांझी) बना दिए। इसके बाद मेरी पार्टी का लोग दो माह में कहने लगा कि गड़बड़ है इसको हटाइए। कहता रहता है कि ये भी मुख्यमंत्री थे। क्या मुख्यमंत्री था? ये तो मेरी मूर्खता से मुख्यमंत्री बना। बिना मतलब का रोज इसको पब्लिश करती है मीडिया। कोई सेंस नहीं है इसको।” नीतीश कुमार ने कहा था कि “आप ही लोग (भाजपा) के पीछे घूम रहा है। चाहता है गवर्नर बनना। साथ में था तो भी उलटा पुलटा बोलता था। इसको गवर्नर बनवा दीजिए। परिवार के लोग भी इसके खिलाफ है। नारा लगवा रहे हैं तो उसको मुख्यमंत्री कौन बनवाया? मेरी गदहपनी कि उसको बनवा दिए और बोल रहे पूर्व मुख्यमंत्री….।” इस बयान के बाद नीतीश कुमार पर दलितों के अपमान करने को लेकर उस समय के विपक्षी नेताओं की तरफ से खूब हमला किया गया।

जनसंख्या नियंत्रण और जीतन राम मांझी को लेकर दिए विवादित बयान को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार चौतरफा घिरे तो मीडिया से दूरी बनाते दिखे। 14 नवंबर 2023 को देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर सीएम नीतीश कुमार ने पटना के नेहरू पथ स्थित नेहरू पार्क पहुँच कर जवाहर लाल नेहरू श्रद्धांजलि दी थी। जब नीतीश कुमार वहां से निकालने लगे तो पत्रकारों ने उनसे सवाल करना चाहा। नीतीश कुमार ने मीडियाकर्मियों को देखते ही दोनों हाथ जोड़ कर सिर झुका दिया और इशारों में मीडिया कर्मियों को जाने को कहा था। एक पत्रकार ने पूछा “काहे नाराज हैं सर?” जिसपर नीतीश कुमार बिना कोई जवाब दिए वहां से निकल गए थे।

15 दिसंबर 2023 को सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती पर आयोजित राजकीय समारोह में नीतीश  कुमार शिरकत करने पहुंचे थे। उन्होंने पहले सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धा सुमन अर्पित की और उसके बाद बगल में खड़े राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के पास पहुंच गए। जहां सीएम नीतीश कुमार ने कुछ बातें कहीं  उसके बाद उन्होंने राज्यपाल को गले लगा लिया। इसके बाद इस वाकये पर पत्रकारों की नजर पड़ी तो वो भी ठिठक गए उसके बाद सीएम और गवर्नर दोनों ने कहा कि- अब आपलोग क्लिक कीजिए। हालांकि पिछले कुछ समय से राज्यपाल और सीएम नीतीश कुमार के बीच खटपट की काफी चर्चा हुई है।