सेना भर्ती में जाति व धर्म प्रमाण पत्र मांगे जाने पर सैन्य अधिकारियों ने दी सफाई, कहा- पहले भी ये.... 

 

सेना भर्ती में जाति व धर्म प्रमाण पत्र मांगे जाने पर सेना ने सफाई दी है. सेना अधिकारियों का कहना है कि अग्निपथ योजना के तहत सैन्य भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है. पहले भी जाति व धर्म प्रमाण पत्र मांगा जाता रहा है. अधिकारियों के अनुसार जाति/धर्म इत्यादि जैसे सर्टिफिकेट सेना भर्ती के दौरान हमेशा से मांगे जाते हैं. इसमें नया कुछ नहीं है. 

आपको बता दें कि बिहार में जेडीयू और आरजेडी दोनों पार्टी सेना बहाली को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई है. पहले जहां जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने सेना की बहाली में जाति प्रमाण पत्र को लेकर सवाल उठाया तो वहीं अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा कि, जातिगत जनगणना से दूर भागने वाली सरकार देश के लिए जान देने वाले अग्निवीर भाइयों से जाति पूछती है. 

इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने भी इस पर ऐतराज जताते हुए लिखा कि, श्री राजनाथ सिंह जी, सेना की बहाली में जाति प्रमाण पत्र की क्या जरूरत है, जब इसमें आरक्षण का कोई प्रावधान ही नहीं है. संबंधित विभाग के अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए."