Bihar Election 2025: राज्यसभा सांसद और पूर्व विधायक अनिल सहनी ने छोड़ी RJD, थामा BJP का दामन- लालू-तेजस्वी के स्टार प्रचारक रहे नेता का बड़ा सियासी पलटवार
Bihar chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी पारा तेजी से चढ़ता जा रहा है। इसी बीच राजद को एक बड़ा झटका लगा है। मुजफ्फरपुर जिले की कुढ़नी विधानसभा सीट से पूर्व विधायक और राज्यसभा सांसद अनिल सहनी ने बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने का ऐलान कर दिया। खास बात यह है कि सहनी को हाल ही में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने पार्टी का स्टार प्रचारक बनाया था।
इस्तीफा भेजा, फिर थामी बीजेपी की सदस्यता
बुधवार को अनिल सहनी ने पहले आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल को अपना इस्तीफा सौंपा और कुछ ही घंटे बाद पटना स्थित बीजेपी मीडिया सेंटर में आयोजित मिलन समारोह में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी और कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। उनके साथ पूर्व विधायक आशा देवी भी बीजेपी में शामिल हुईं।
एलटीसी घोटाले के बाद गई थी विधायकी
कुढ़नी विधानसभा से 2020 में आरजेडी के टिकट पर अनिल सहनी ने बीजेपी प्रत्याशी केदार प्रसाद गुप्ता को हराया था। हालांकि, दिल्ली की एक अदालत ने उन्हें एलटीसी घोटाले (Leave Travel Concession scam) के मामले में दो साल की सजा सुनाई, जिसके बाद उनकी विधायकी रद्द हो गई। अदालत ने उन्हें तीन साल तक चुनाव लड़ने से भी रोक दिया था। उनकी सीट खाली होने पर 2022 के उपचुनाव में बीजेपी के केदार प्रसाद गुप्ता ने जीत हासिल की थी।
जदयू से शुरू किया था सियासी सफर
अनिल सहनी की राजनीति की शुरुआत जदयू (JDU) से हुई थी। नीतीश कुमार ने ही उन्हें राज्यसभा भेजा था। राज्यसभा कार्यकाल के दौरान ही उन पर एलटीसी घोटाले में हवाई टिकट की अवैध बिक्री का आरोप लगा, जिसके चलते सीबीआई ने मामला दर्ज किया। बाद में उन्होंने राजद का दामन थामा और 2020 के विधानसभा चुनाव में विधायक बने।
RJD में अति पिछड़ों का अपमान हो रहा है
बीजेपी में शामिल होने के बाद अनिल सहनी ने राजद नेतृत्व पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, “राजद में अति पिछड़ा समाज का लगातार अपमान हो रहा है। मेहनती कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर केवल परिवारवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है।”
सूत्रों के मुताबिक, अनिल सहनी अपने पुत्र को कुढ़नी सीट से टिकट दिलवाना चाहते थे, लेकिन आरजेडी ने वहां से बबलू कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया। यही वजह उनके पार्टी छोड़ने का मुख्य कारण मानी जा रही है।
स्टार प्रचारक से बगावत तक
हाल ही में आरजेडी ने अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी, जिसमें अनिल सहनी का नाम भी शामिल था। ऐसे में उनका पार्टी छोड़ना राजद के लिए डबल झटका साबित हो रहा है एक तरफ संगठनात्मक नाराजगी और दूसरी तरफ अति पिछड़ा वर्ग में असंतोष का संकेत।
बिहार के चुनावी माहौल में यह बदलाव एनडीए के लिए मजबूती और महागठबंधन के लिए चुनौती मानी जा रही है।







