Bihar Election 2025: टिकट कटने से नाराज़ RJD की बागी रितु जायसवाल ने परिहार से भरी ताल, BJP विधायक पर लगाए गंभीर आरोप- बोलीं, “अगर सच सामने आया तो उन्हें सीट छोड़नी पड़ेगी”
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में राजद की पूर्व नेता और चर्चित चेहरा रितु जायसवाल ने बगावती तेवर अपनाते हुए सीतामढ़ी जिले की परिहार विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है। राजद द्वारा टिकट न मिलने के बाद रितु ने न सिर्फ पार्टी से दूरी बना ली, बल्कि अब सीधे मैदान में उतरकर बीजेपी विधायक गायत्री देवी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
टिकट कटते ही बागी हुईं रितु जायसवाल
राजद ने परिहार सीट से रितु जायसवाल का टिकट काटकर स्मिता पूर्वे को उम्मीदवार बनाया। बताया जाता है कि पार्टी ने रितु को दूसरी सीट बेलसंड से चुनाव लड़ाने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया।
रितु का कहना है कि “तेजस्वी यादव ने मेरा नाम परिहार से फाइनल किया था, लेकिन दलालों के दबाव में टिकट बदल दिया गया। अगर किसी जमीनी कार्यकर्ता को टिकट दिया गया होता तो मैं खुशी-खुशी पीछे हट जाती, लेकिन जिस परिवार को टिकट दिया गया है, उसने 2020 में पार्टी से गद्दारी की थी।”
बीजेपी विधायक पर गंभीर आरोप
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने के बाद रितु जायसवाल ने बीजेपी विधायक गायत्री देवी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि विधायक ने अपने नामांकन शपथपत्र में संपत्ति के दो अलग-अलग आंकड़े दर्ज किए हैं- एक जगह ₹83 लाख और दूसरी जगह ₹59 लाख।
रितु ने कहा, “चुनाव कानून के अनुसार नामांकन फॉर्म में झूठ बोलना अपराध है। अगर यह साबित हुआ, तो जीतने के बाद भी गायत्री देवी को अपनी सीट खाली करनी पड़ेगी। उन्होंने इस दावे के समर्थन में अपने सोशल मीडिया पर दस्तावेजों की तस्वीरें भी साझा कीं, जिससे इलाके की सियासत में हलचल तेज हो गई है।
जनता मालिक है, मैं परिहार नहीं छोड़ सकती
रितु जायसवाल ने परिहार की जनता के प्रति अपने लगाव का जिक्र करते हुए कहा, “मुझे परिहार से चुनाव न लड़ने देने के लिए तमाम साजिशें रची गईं। लेकिन जनता मालिकों के आशीर्वाद और समर्थन से आज मेरे चारों सेट नामांकन फॉर्म बिना आपत्ति के स्वीकार कर लिए गए हैं। परिहार की जनता का भरोसा मुझ पर है, और यही मेरी ताकत है।”
परिहार सीट: बीजेपी का गढ़, लेकिन मुकाबला दिलचस्प
नेपाल सीमा से सटी परिहार विधानसभा सीट 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी। तब से अब तक यह सीट बीजेपी के कब्जे में रही है। वर्तमान विधायक गायत्री देवी ने 2015 और 2020 में लगातार जीत हासिल की। 2020 में उन्होंने राजद प्रत्याशी रितु जायसवाल को करीब 1,500 वोटों के मामूली अंतर से हराया था। इस बार भी मुकाबला इन्हीं दो चेहरों के बीच है- फर्क सिर्फ इतना है कि अब रितु जायसवाल राजद की नहीं, बल्कि निर्दलीय उम्मीदवार हैं।
चुनावी रण में नया मोड़
रितु जायसवाल के बगावती तेवर ने न सिर्फ राजद के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी है, बल्कि परिहार की लड़ाई को भी बेहद दिलचस्प बना दिया है। एक तरफ बीजेपी की सिटिंग विधायक हैं, दूसरी ओर वही उम्मीदवार जो 2020 में मामूली अंतर से हारी थीं- लेकिन अब “दलालों से लड़ने वाली बागी नेता” के रूप में सामने हैं।







