Movie prime

बिहार की सियासत गरमाई: सीट शेयरिंग के बाद एनडीए में बवाल, मांझी-चिराग-सम्राट के ट्वीट से मचा सियासी हड़कंप

 
Bihar News: बिहार की सियासत आज फिर उबाल पर है। एनडीए (NDA) में सीट बंटवारे के बाद उठे विवाद ने नए मोड़ ले लिए हैं। अंदरखाने चल रही खींचतान अब खुलकर सामने आने लगी है। सत्ता में बैठे नेताओं के बीच अविश्वास की फुसफुसाहट तेज़ हो गई है- सवाल ये कि कहीं सत्ता पलट न जाए!  जहां महागठबंधन अब तक सीट शेयरिंग की गुत्थी सुलझाने में नाकाम है, वहीं एनडीए में तय सीटों को लेकर असंतोष बढ़ता जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, गठबंधन के अंदर एक बार फिर सीटों के पुनर्वितरण (re-allocation) पर चर्चा हो सकती है।  ट्वीट वॉर के बीच एकजुटता का संदेश  दिनभर सोशल मीडिया पर एनडीए नेताओं के ट्वीट्स ने हलचल मचा दी। सबसे पहले लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा,“एनडीए के भीतर सीटों को लेकर सौहार्दपूर्ण बातचीत पूरी हो चुकी है। मोदी जी और नीतीश जी के नेतृत्व में एनडीए एकजुट है और बिहार चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है।”  उनके बाद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने लगभग समान शब्दों में ट्वीट कर एकजुटता की बात दोहराई। इस ट्वीट-श्रृंखला ने साफ़ कर दिया कि एनडीए के भीतर मतभेदों को “मैनेज” करने की कोशिश जारी है।  जीतनराम मांझी का बड़ा बयान- कम सीटें मिलीं, पर बिहार को अस्थिर नहीं होने देंगे”  अब इस सियासी बयानबाज़ी में हम (HAM) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी भी उतर आए हैं। मांझी ने ट्वीट कर लिखा, “माना कि हमें कम सीटें मिली हैं। कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर हुआ है, असंतोष भी है, पर इसका मतलब यह नहीं कि बिहार को फिर जंगलराज की ओर धकेल दें। बिहार के लोगों की शांति और सम्मान सबसे ऊपर है।”  उन्होंने आगे कहा, “बिहार के लिए, बिहारियत के लिए और बिहारियों के मान-सम्मान के लिए हम सब तैयार हैं। जीतेगा NDA, बना रहेगा बिहार का सम्मान- जय मोदी, तय नीतीश!”  नीतीश की नाराज़गी के बीच दिल्ली-पटना में हलचल  सुबह से ही चर्चाएं थीं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा से नाराज़ हैं। राजगीर, तारापुर और मोरवा जैसी सीटों पर मतभेद अब तक सुलझ नहीं पाए हैं। यही कारण है कि एनडीए के भीतर फिर से सीटों के पुनर्विचार की बातें तेज़ हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार, भाजपा हाईकमान ने भी इस स्थिति पर नज़र रखी है और दिल्ली से लेकर पटना तक सियासी समीकरणों पर चर्चा जारी है।  अंदरखाने की फुसफुसाहट- क्या फिर पलटी मारेंगे नीतीश?  बिहार की राजनीति के पुराने खिलाड़ी नीतीश कुमार की “पलटी” इतिहास को देखते हुए यह सवाल फिर उठ खड़ा हुआ है कि क्या वे एक बार फिर बड़ा सियासी दांव खेल सकते हैं? हालांकि जेडीयू सूत्रों का दावा है कि मुख्यमंत्री का ध्यान केवल चुनावी रणनीति पर है, लेकिन विपक्ष और राजनीतिक विश्लेषक इसे महज़ “सियासी शांति से पहले का तूफ़ान” मान रहे हैं।  सियासी नतीजा- बिहार में बढ़ती बेचैनी  एक तरफ एनडीए “एकजुटता” की तस्वीर पेश कर रहा है, दूसरी तरफ़ भीतर ही भीतर असंतोष की चिंगारी सुलगती नज़र आ रही है। अब देखना ये है कि आने वाले दिनों में यह खींचतान सुलह में बदलती है या फिर बिहार की सियासत में एक और बड़ा “सत्ता परिवर्तन” देखने को मिलता है।

Bihar News: बिहार की सियासत आज फिर उबाल पर है। एनडीए (NDA) में सीट बंटवारे के बाद उठे विवाद ने नए मोड़ ले लिए हैं। अंदरखाने चल रही खींचतान अब खुलकर सामने आने लगी है। सत्ता में बैठे नेताओं के बीच अविश्वास की फुसफुसाहट तेज़ हो गई है- सवाल ये कि कहीं सत्ता पलट न जाए!

जहां महागठबंधन अब तक सीट शेयरिंग की गुत्थी सुलझाने में नाकाम है, वहीं एनडीए में तय सीटों को लेकर असंतोष बढ़ता जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, गठबंधन के अंदर एक बार फिर सीटों के पुनर्वितरण (re-allocation) पर चर्चा हो सकती है।

ट्वीट वॉर के बीच एकजुटता का संदेश

दिनभर सोशल मीडिया पर एनडीए नेताओं के ट्वीट्स ने हलचल मचा दी। सबसे पहले लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा,“एनडीए के भीतर सीटों को लेकर सौहार्दपूर्ण बातचीत पूरी हो चुकी है। मोदी जी और नीतीश जी के नेतृत्व में एनडीए एकजुट है और बिहार चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है।”

उनके बाद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने लगभग समान शब्दों में ट्वीट कर एकजुटता की बात दोहराई। इस ट्वीट-श्रृंखला ने साफ़ कर दिया कि एनडीए के भीतर मतभेदों को “मैनेज” करने की कोशिश जारी है।

जीतनराम मांझी का बड़ा बयान- कम सीटें मिलीं, पर बिहार को अस्थिर नहीं होने देंगे”

अब इस सियासी बयानबाज़ी में हम (HAM) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी भी उतर आए हैं। मांझी ने ट्वीट कर लिखा, “माना कि हमें कम सीटें मिली हैं। कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर हुआ है, असंतोष भी है, पर इसका मतलब यह नहीं कि बिहार को फिर जंगलराज की ओर धकेल दें। बिहार के लोगों की शांति और सम्मान सबसे ऊपर है।”

उन्होंने आगे कहा, “बिहार के लिए, बिहारियत के लिए और बिहारियों के मान-सम्मान के लिए हम सब तैयार हैं। जीतेगा NDA, बना रहेगा बिहार का सम्मान- जय मोदी, तय नीतीश!”

नीतीश की नाराज़गी के बीच दिल्ली-पटना में हलचल

सुबह से ही चर्चाएं थीं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा से नाराज़ हैं। राजगीर, तारापुर और मोरवा जैसी सीटों पर मतभेद अब तक सुलझ नहीं पाए हैं। यही कारण है कि एनडीए के भीतर फिर से सीटों के पुनर्विचार की बातें तेज़ हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार, भाजपा हाईकमान ने भी इस स्थिति पर नज़र रखी है और दिल्ली से लेकर पटना तक सियासी समीकरणों पर चर्चा जारी है।

अंदरखाने की फुसफुसाहट- क्या फिर पलटी मारेंगे नीतीश?

बिहार की राजनीति के पुराने खिलाड़ी नीतीश कुमार की “पलटी” इतिहास को देखते हुए यह सवाल फिर उठ खड़ा हुआ है कि क्या वे एक बार फिर बड़ा सियासी दांव खेल सकते हैं? हालांकि जेडीयू सूत्रों का दावा है कि मुख्यमंत्री का ध्यान केवल चुनावी रणनीति पर है, लेकिन विपक्ष और राजनीतिक विश्लेषक इसे महज़ “सियासी शांति से पहले का तूफ़ान” मान रहे हैं।

सियासी नतीजा- बिहार में बढ़ती बेचैनी

एक तरफ एनडीए “एकजुटता” की तस्वीर पेश कर रहा है, दूसरी तरफ़ भीतर ही भीतर असंतोष की चिंगारी सुलगती नज़र आ रही है। अब देखना ये है कि आने वाले दिनों में यह खींचतान सुलह में बदलती है या फिर बिहार की सियासत में एक और बड़ा “सत्ता परिवर्तन” देखने को मिलता है।