बिहार में वोटिंग के दिन भी पीएम मोदी की रैली, इन जिलों में भरेंगे हुंकार, मांगेंगे वोट
Bihar political news: बिहार में विधानसभा चुनाव का माहौल अब पूरी तरह अपने उठान पर है। सभी दल अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार चुनावी रैलियां कर रहे हैं। खास बात यह है कि पहले चरण की वोटिंग वाले दिन भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव प्रचार में व्यस्त रहेंगे और लोगों से एनडीए को समर्थन देने की अपील करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अक्टूबर को समस्तीपुर से बिहार के चुनावी अभियान की शुरुआत की थी। समस्तीपुर देश के चर्चित नेता भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की जन्मभूमि है। वहीं से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत कर राज्य में एनडीए सरकार के विकास कार्यों और आगे की योजनाओं का खाका प्रस्तुत किया था। उनके इस दौरे के साथ ही बिहार में चुनावी तापमान और बढ़ गया।
छह नवंबर को बिहार में पहले चरण की वोटिंग होनी है। इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे चरण में आने वाले विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार करेंगे। यह रणनीति इसलिए अपनाई जा रही है ताकि जिन क्षेत्रों में चुनाव बाद में होने हैं, वहां मतदाताओं पर प्रभाव बनाया जा सके। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री छह नवंबर को भागलपुर और अररिया में रैलियों को संबोधित करेंगे।
भागलपुर की रैली को खास माना जा रहा है। यहां के हवाई अड्डा मैदान में जनसभा की तैयारी की जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि इस रैली में लगभग पांच लाख लोग शामिल हो सकते हैं। इतनी बड़ी भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जा रही है।
भाजपा और एनडीए घटक दलों के नेता एवं कार्यकर्ता इस रैली को सफल बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। भागलपुर के बाद प्रधानमंत्री अररिया में भी चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। सीमांचल क्षेत्र में यह रैली बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। अररिया और आसपास के जिलों में राजनीतिक मुकाबला काफी रोचक और बहुकोणीय होता है। ऐसे में प्रधानमंत्री की उपस्थिति यहां एनडीए समर्थकों के लिए बड़ा ऊर्जा स्रोत मानी जा रही है।
छह नवंबर से पहले दो नवंबर को प्रधानमंत्री पटना में रोड शो करेंगे। यह रोड शो शाम पांच बजे से शुरू होगा और राजधानी के प्रमुख इलाकों से गुजरते हुए आगे बढ़ेगा। इसे देखते हुए पटना पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया है। दो हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी और अधिकारी तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा ट्रैफिक रूट में बदलाव किए गए हैं ताकि रोड शो के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।
रोड शो दिनकर गोलंबर से शुरू होगा और कदमकुआं, बारीपथ, बाकरगंज होते हुए उद्योग भवन तक पहुंचेगा। इस दौरान सड़क के दोनों ओर भारी भीड़ जुटने की संभावना है। प्रशासन की ओर से भीड़ नियंत्रण और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की जा रही है।
चुनावी माहौल के बीच यह रोड शो पटना जिले की 14 विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाने का बड़ा मौका माना जा रहा है। कार्यक्रम से पहले शहर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. एयरपोर्ट से लेकर रोड शो के समापन स्थल तक पूरे रूट पर बैरिकेडिंग, ट्रैफिक डायवर्जन और पुलिस की सघन तैनाती की गई है। जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री के रोड शो के दौरान आम गाड़ियों के चलने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।
दिनकर गोलंबर से लेकर उद्योग भवन तक का पूरा रास्ता शाम चार बजे से ही आम लोगों के गाड़ियों के लिए बंद कर दिया जाएगा। सभी वैकल्पिक रूट पर ट्रैफिक पुलिस की टीमों को तैनात किया गया है ताकि भीड़ और अव्यवस्था से बचा जा सके। साथ ही हर मोड़ और चौराहे पर अस्थायी कंट्रोल रूम बनाए गए हैं।
उक्त कार्यक्रम के बाद तीन नवंबर को भी प्रधानमंत्री बिहार में रहेंगे। उस दिन वे कटिहार और सहरसा में रैलियों को संबोधित करेंगे। कटिहार में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वहीं, सहरसा में भी एनडीए के लिए माहौल मजबूत करने के प्रयास जारी हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री ने मुजफ्फरपुर के मोतीपुर और छपरा में बड़ी रैलियां की थीं। उन रैलियों में उन्होंने राजद और कांग्रेस पर शासनकाल के दौरान भ्रष्टाचार, कुशासन और विकास कार्यों की उपेक्षा का आरोप लगाया था।
उनके इन भाषणों से भाजपा समर्थकों में उत्साह देखा गया और चुनावी माहौल और तीव्र हो गया। बिहार में इस बार का विधानसभा चुनाव बेहद दिलचस्प और प्रतिस्पर्धी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार जनता के बीच जा रहे हैं और उनसे एनडीए को समर्थन देने की अपील कर रहे हैं। वहीं विपक्ष भी अपनी रणनीतियों के साथ मैदान में उतरा हुआ है। आने वाले दिनों में प्रचार और मुकाबला और भी तेज होने की संभावना है।







