बिहार चुनाव के लिए पीएम आज से शुरू करेंगे प्रचार, ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान की होगी शुरुआत
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सियासी माहौल अब पूरी तरह चुनावी रंग में रंग चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 15 अक्टूबर से चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरुआत करेंगे। वह ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान के तहत कार्यकर्ताओं से जुड़कर भाजपा-एनडीए के चुनावी शंखनाद का नेतृत्व करेंगे। यह कार्यक्रम डिजिटल माध्यम से आयोजित होगा, जिसमें प्रधानमंत्री सीधे बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों से जुड़े कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
अभियान की शुरुआत और उद्देश्य
‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान भारतीय जनता पार्टी की चुनावी रणनीति की एक मजबूत कड़ी है। इसका लक्ष्य बूथ स्तर पर पार्टी की पकड़ को मजबूत बनाना और मतदाताओं तक सीधा संवाद स्थापित करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के जरिये एनडीए के लगभग 20 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं से ऑनलाइन संवाद करेंगे। इसमें बूथ प्रभारी से लेकर प्रदेश स्तर के नेता तक शामिल होंगे। इस अभियान के तहत, प्रधानमंत्री हर बूथ को जीतने का मंत्र देंगे और मतदान प्रतिशत बढ़ाने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा करेंगे। उनके संदेश का केंद्रबिंदु होगा कि बिहार के हर विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ता मतदाताओं के बीच जाकर उन्हें सरकार की योजनाओं की जानकारी दें और उन्हें मतदान केंद्र तक लाने के लिए प्रोत्साहित करें।
बैठक का डिजिटल स्वरूप
पूरी बैठक को इंटरएक्टिव और डिजिटल रूप में आयोजित किया गया है। राज्य के हर जिले में बड़े एलईडी स्क्रीन और डिजिटल सेंटर बनाए गए हैं ताकि कार्यकर्ता लाइव संवाद में भाग ले सकें। प्रधानमंत्री का यह संवाद चुनावी प्रबंधन की दिशा में तकनीकी और रणनीतिक दृष्टि से नया प्रयोग माना जा रहा है। इससे कार्यकर्ताओं को सीधा मार्गदर्शन मिलेगा और जमीन पर कार्य करने की दिशा तय होगी।
प्रधानमंत्री का फोकस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा फोकस तीन मुख्य विषयों पर रहेगा। पहला, मतदान प्रतिशत बढ़ाने की योजना- इसके तहत हर बूथ पर अधिक से अधिक मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने का प्रयास होगा। खासतौर पर महिला मतदाता और पहली बार वोट डालने वाले युवा इस रणनीति के केंद्र में रहेंगे। दूसरा, बूथ प्रबंधन और समन्वय- प्रधानमंत्री बूथ प्रभारी, पन्ना प्रमुख और सोशल मीडिया टीमों को एकजुट होकर काम करने के निर्देश देंगे। हर बूथ के लिए जिम्मेदारियां तय की जाएंगी ताकि प्रचार और मतदाता संपर्क दोनों समानांतर रूप से चल सकें। तीसरा, केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यक्रमों और योजनाओं की जानकारी जनता तक असरदार तरीके से पहुंचाने के सुझाव दिए जाएंगे। नरेंद्र मोदी विकास और सुशासन के एजेंडे पर जनता का विश्वास फिर से मजबूत करने की कोशिश करेंगे।
एनडीए दलों की भागीदारी
इस कार्यक्रम में भाजपा के अलावा एनडीए के अन्य घटक दल- जनता दल यूनाइटेड (जदयू), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। पार्टी ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 80 से 100 कार्यकर्ताओं को चयनित किया है जो प्रधानमंत्री के संदेश को गांव-गांव और मोहल्ले-मोहल्ले तक पहुंचाएंगे।
प्रधानमंत्री की युवा संवाद की पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले भी बिहार के युवाओं से वर्चुअल संवाद किया था। उस संवाद में उन्होंने राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर चर्चा करते हुए बिहार के पुराने ‘जंगलराज’ की याद दिलाई थी। उन्होंने कहा था कि ढाई दशक पहले बिहार की शिक्षा व्यवस्था इतनी खराब थी कि बच्चे स्कूल जाने से कतराते थे और बड़ी संख्या में उन्हें राज्य छोड़कर जाना पड़ा। नरेंद्र मोदी ने उस संवाद में यह भी कहा था कि बिहार अब पुराने हालात से बाहर निकल कर विकास की राह पर अग्रसर है और यह चुनाव उस बदलाव की दिशा को मजबूत करने का अवसर है।
बिहार चुनाव की रूपरेखा
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 दो चरणों में होंगे- पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को। छठ पर्व के आठ दिन बाद मतदान होगा। पहले चरण में 121 सीटों पर वोटिंग होगी, जबकि दूसरे चरण में सीमा क्षेत्र की 122 सीटों पर मतदान होगा। नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। इस बार 40 वर्षों बाद बिहार में दो चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं। राज्य में कुल 7.42 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 14 हजार ऐसे हैं जिनकी उम्र 100 वर्ष से अधिक है। साथ ही, इस बार 14 लाख लोग पहली बार मतदान करेंगे। निर्वाचन आयोग ने इस प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और आधुनिक बनाने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं।
मतदान की तकनीकी और व्यवस्थाएं
बिहार में कुल 90,712 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां औसतन 818 मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें से 76,801 ग्रामीण और 13,911 शहरी क्षेत्र में स्थित हैं। सभी केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे मतदान प्रक्रिया की निगरानी वास्तविक समय में की जा सके।
इसके अलावा 1,350 मॉडल मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं ताकि मतदाताओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। अगर कोई मतदाता बूथ तक जाने में असमर्थ है, तो वह फॉर्म 12D भरकर घर से मतदान कर सकेगा। साथ ही इस बार मतदाता अपने मोबाइल फोन बूथ तक ले जा सकेंगे, जिससे तकनीकी पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान बिहार चुनाव में एनडीए की प्रचार रणनीति का आधार बनेगा। यह कार्यक्रम न केवल चुनावी उत्साह बढ़ाएगा बल्कि बूथ स्तर पर संगठन को सक्रिय और संगठित करेगा। इस प्रयास से एनडीए उम्मीद कर रहा है कि वह बिहार में एक बार फिर अपनी जीत दर्ज करे और प्रधानमंत्री का नेतृत्व विकास और सुशासन के एजेंडे को नई ऊंचाइयों तक ले जाए।







