CM के नालंदा में डायरिया से 3 बच्चों की मौत, पांच दिन बाद टूटी जिला प्रशासन की नींद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में डायरिया से 3 बच्चों की मौत हो गई। मरने वालों में दो सगी बहनें (5 साल की परिधि और 3 साल की परी) शामिल हैं। तीसरी बहन भी बीमार है। इनके पड़ोस में रहने वाला 11 साल का गोलू कुमार भी डायरिया से अपनी जान गंवा बैठा।
2 दिन में हुई 3 बच्चों की मौत के बाद जिला प्रशासन की नींद टूटी है। गांव वालों का कहना है कि जिला मुख्यालय से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर बसे काको बीघा पहुंचने में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और निगम के अधिकारियों को 5 दिन का वक्त लग गया।
अब मेडिकल टीम तैनात की गई है। ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है। सीरियस पेशेंट को ले जाने के लिए एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है।
मृतकों के पड़ोसी अरुणेश यादव ने बताया कि डायरिया का प्रकोप पूरे गांव में फैला हुआ है। शुरुआत में ही सरकारी स्तर पर कोई सुविधा उपलब्ध कराई जाती तो यह घटना नहीं होती।
यहां तक कि सरकारी अस्पतालों में भी डायरिया पीड़ित मरीजों का इलाज बेहतर ढंग से नहीं हो रहा है। किसी प्रकार लोग अपने स्तर से निजी क्लीनिक में इलाज करा रहे हैं।
परी और परिधि के दादा मोती लाल पांडे ने बताया कि 'बच्चियों को उल्टी-दस्त की शिकायत पर निजी क्लीनिक में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान डॉक्टर ने कहा कि दोनों बच्चियों को डायरिया हो गया है। बेहतर इलाज के लिए पटना ले जाना पड़ेगा। लेकिन पैसे के आभाव में पटना नहीं ले जा सके और एक-एक कर दोनों बच्चियों ने दम तोड़ दिया। दोनों बच्चियों की बहन अंजली की भी तबीयत खराब है। उसे इलाज के लिए शुक्रवार को भर्ती कराया है।'