Big Breaking: रोड शो से पहले मोकामा में सियासी हलचल, अनंत–ललन की जुगलबंदी पर सबकी नज़र
Mokama: मोकामा की सियासत आज पूरी तरह गर्म है। बाहुबली छवि वाले पूर्व विधायक अनंत सिंह शनिवार को बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने वाले हैं। उनका रोड शो सबनीमा से शुरू होकर पंडारक होते हुए बड़हिया के बाहापुर तक जाएगा। खास बात यह है कि इस शक्ति प्रदर्शन में उनके साथ केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह भी मौजूद रहेंगे।
पटना से साथ निकले दोनों दिग्गज
सुबह दोनों नेता पटना से एक ही गाड़ी में बैठकर मोकामा की ओर रवाना हुए। यह तस्वीर अपने आप में बड़ा संदेश दे रही है कि जेडीयू आने वाले चुनाव को लेकर पूरी ताकत से मैदान में उतरने की तैयारी में है। ललन सिंह का इस इलाके में गहरा प्रभाव माना जाता है और अनंत सिंह की स्थानीय पकड़ जगजाहिर है। ऐसे में दोनों नेताओं का एक साथ रोड शो करना, राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव ला सकता है।
सोनू–मोनू फैक्टर
इस रोड शो में एक और दिलचस्प मोड़ जुड़ने वाला है। अनंत सिंह का आमना-सामना उनके धुर विरोधी सोनू–मोनू से होना लगभग तय है। सोनू–मोनू की मां उर्मिला देवी नौरंगा जलालपुर पंचायत की मुखिया हैं और पंचायत में उनकी गहरी पकड़ है। पिछली बार उपचुनाव के दौरान सोनू–मोनू ने अनंत सिंह का विरोध किया था और ललन सिंह को समर्थन देकर वोटों में बढ़त दिलाई थी। अब जब वही ललन सिंह और अनंत सिंह एक साथ दिख रहे हैं, तो सबकी नज़र इस पर है कि सोनू–मोनू का अगला कदम क्या होगा।
विवेका पहलवान का छुपा असर
सोनू सिंह खुद को विवेका पहलवान का शिष्य मानते हैं। विवेका और अनंत सिंह के बीच पुरानी दुश्मनी किसी से छुपी नहीं है, हालांकि बाद में दोनों में समझौता हुआ था। अब सवाल है कि क्या इस बार विवेका का असर सोनू–मोनू को फिर से अनंत सिंह के करीब लाएगा या टकराव की दीवार और ऊँची होगी।
पुराने दुश्मनों के दोस्त बनने की मिसाल
मोकामा की राजनीति में यह पहली बार नहीं है कि दुश्मन दोस्त बने हों। जेल से बाहर आने के बाद जब अनंत सिंह ने पंडारक में रोड शो किया था, तब उनके कट्टर विरोधी भोला सिंह के भाई मुकेश सिंह ने उन्हें फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया था। उस घटना ने बड़ा संदेश दिया था। अब सबकी नज़र है कि क्या सोनू–मोनू भी इस बार स्वागत की पंक्ति में खड़े होंगे या सड़क पर तनातनी का माहौल बनेगा।
सूरजभान सिंह का बदलता रुख
इसी बीच एक और नाम चर्चा में है—सूरजभान सिंह। कभी अनंत सिंह के कट्टर विरोधी रहे सूरजभान ने हाल ही में बयान दिया कि अगर अनंत सिंह चुनाव लड़ते हैं तो वे उनका समर्थन करेंगे। यह रुख बदलना भी मोकामा की राजनीति को और दिलचस्प बना रहा है।
प्रशासन अलर्ट पर
इतना बड़ा रोड शो और इतने सारे विरोधी गुट आमने-सामने—स्थिति संवेदनशील मानी जा रही है। प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं ताकि माहौल बिगड़ने न पाए।
आज की तस्वीर तय करेगी कल का समीकरण
मोकामा की राजनीति हमेशा से उतार-चढ़ाव वाली रही है। यहां दुश्मन दोस्त बनते हैं और दोस्त दुश्मन। आज का यह रोड शो और संभावित आमना-सामना यह तय करेगा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में किसका पल्ला भारी रहेगा।







