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Bihar Bandh LIVE:राहुल-तेजस्वी की अगुवाई में मतदाता पुनरीक्षण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

 
bihar band

 
Bihar: बिहार में आज 'बिहार बंद' का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। INDIA गठबंधन के नेतृत्व में हो रहे इस बंद का मुख्य कारण है, मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण को लेकर सरकार की मौजूदा प्रक्रिया पर विरोध किया जा रहा है। विपक्ष का कहना है कि सरकार 11 प्रकार के दस्तावेज मांग रही है, जो गरीब और वंचित तबकों के पास उपलब्ध नहीं हैं। इससे करोड़ों लोगों के नाम मतदाता सूची से कट सकते हैं, जो एक लोकतांत्रिक अधिकार का हनन है।

मुख्य बातें:

  • बंद का नेतृत्व: राहुल गांधी और तेजस्वी यादव करेंगे विरोध मार्च।
  • स्थान: आयकर गोलंबर से मुख्य निर्वाचन कार्यालय, पटना तक मार्च होगा ।
  • मुख्य मांग: मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण पर तत्काल रोक।
  • दूसरी मांगें: श्रमिक संगठनों के 44 बिंदुओं पर कार्रवाई की मांग।
  • प्रदर्शन स्थल: पटना, दानापुर, आरा, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा समेत कई जिलों में चक्का जाम।
  • राज्यव्यापी असर: हाईवे, रेलवे और मुख्य सड़क मार्गों पर अवरोध।

क्या है मतदाता गहन पुनरीक्षण विवाद?

मुख्य निर्वाचन आयोग की ओर से बिहार में 1 जुलाई से 31 जुलाई तक चलने वाले पुनरीक्षण अभियान में नागरिकों से 11 तरह के दस्तावेज मांगे जा रहे हैं, जैसे कि भूमि रसीद, बिजली बिल, जाति प्रमाणपत्र। INDIA गठबंधन का दावा है कि ये प्रक्रिया गरीब, दलित, मुसहर, भूमिहीन, बाढ़ पीड़ित, घुमंतू और आदिवासी समुदायों को मताधिकार से वंचित करने की साजिश है।

बंद से प्रभावित सेवाएं:

  • स्कूल-कॉलेज: अधिकतर जगहों पर बंद हैं। 
  • बैंकिंग सेवाएं: ग्रामीण शाखाओं में अधिक प्रभाव देखा जा रहा है। 
  • रेल सेवा: कई ट्रेनों की आवाजाही में बाधा है, क्योंकि कुछ मार्गों पर प्रदर्शनकारी बैठे हुए हैं। 
  • बसें और ऑटो सेवा: प्रमुख शहरों में बंद है या बांकी पैसे लिए जा रहे हैं। 


महिला बिहार बंद में शामिल 
बिहार के कटिहार, सुपौल और मधेपुरा जिलों में कई बाढ़ प्रभावित परिवारों ने बताया कि उन्हें भूमि या निवास संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिला है, जबकि वे वर्षों से उसी क्षेत्र में रह रहे हैं। कई जिलों में महिला संगठन भी इस बंद में शामिल हैं। 'महिला अधिकार मंच' की संयोजक ने कहा कि यह पुनरीक्षण गरीब महिलाओं को भी वोटर लिस्ट से बाहर कर देगा।

गृह विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सरकार आंतरिक रूप से कुछ क्षेत्रों में पुनरीक्षण टालने पर विचार कर रही है, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। AI-based voter mapping system को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि यह डेटा संग्रह के नाम पर जनसंख्या नियंत्रण की "छुपी रणनीति" हो सकती है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है।

विपक्ष का आरोप

आपको बता दें कि तेजस्वी यादव ने आरोप लगते हुए कहा की ये पूरी प्रक्रिया गरीबों को लोकतंत्र से बेदखल करने की तैयारी है। हम इसे किसी कीमत पर नहीं होने देंगे। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है, "सरकार को अगर गिनती ही करनी है, तो पहले गरीबी की गिनती कर ले। फिर देखे कि कौन वोटर है और कौन नहीं।"

बिहार बंद होने का प्रभाव:

  • दानापुर में टायर जलाकर प्रदर्शन
  • नालंदा में राजमार्ग को बांस-बल्लों से पूरी तरह बंद किया गया
  • पूर्णिया में छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर नारेबाजी की
  • सीवान में महिला संगठनों ने सड़कों पर 'थाली बजाओ' आंदोलन चलाया

प्रशासन की तैयारी:

  • जिलाधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। 
  • DM और SP को संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च का निर्देश दिया गया है। 
  • सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम एक्टिव है, जिससे अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। 

यह बंद राजनीतिक रणनीति से कहीं बढ़कर वंचित वर्गों के अधिकारों की लड़ाई बन चुका है। आने वाले विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में यह बंद बिहार की राजनीति को नई दिशा दे सकता है।