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Bihar News: जमालपुर रेल कारखाना बनेगा ईस्टर्न रेलवे का बड़ा हब, GM मिलिंद देउस्कर ने किया दो दिवसीय निरीक्षण—नई लाइनों और कोचिंग डिपो का मिला बड़ा तोहफ़ा

 
Jamalpur station

Jamalpur News: ईस्टर्न रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद देउस्कर दो दिवसीय निरीक्षण यात्रा पर गुरुवार को जमालपुर पहुंचे, जहाँ उनका फोकस पूरी तरह विकास, क्षमता बढ़ोतरी और बुनियादी ढांचे की मजबूती पर रहा। विशेष निरीक्षण ट्रेन से पहुंचे जीएम का जमालपुर स्टेशन पर ज़ोरदार स्वागत किया गया, जबकि RPF ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए। उनके साथ DRM, DCM, CWM, सुरक्षा आयुक्त समेत रेलवे के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

देउस्कर ने स्टेशन परिसर, यार्ड, कॉलोनी, डीज़ल शेड और ऐतिहासिक जमालपुर रेल कारखाने का भ्रमण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चल रहे कामों की समीक्षा की और अधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए।

140 करोड़ की परियोजनाएँ शुरू होने को तैयार, जमालपुर का भविष्य ‘उज्ज्वल’

मीडिया से बातचीत में जीएम ने कहा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा घोषित 140 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का टेंडर पूरा हो चुका है और अब कार्य जल्द शुरू होगा। उन्होंने साफ कहा कि जमालपुर कारखाना पूर्वी भारत का प्रमुख औद्योगिक केंद्र है।

यहाँ—
    •    POH कार्य
    •    जैक निर्माण
    •    140 टन क्रेन का निर्माण
    •    और अब ईस्टर्न रेलवे के सभी वैगनों की मेजर रिपेयर

होंगी। ECR के कई वैगनों का काम पहले से ही जमालपुर में हो रहा है, जिससे वर्कलोड तेज़ी से बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि रेलवे जल्द ही बड़ी भर्तियाँ निकालेगा, जिसमें जमालपुर कारखाने की नियुक्तियाँ भी शामिल होंगी।

सबसे बड़ा ऐलान—जमालपुर–भागलपुर के बीच नया कोचिंग डिपो

निरीक्षण का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय रहा जमालपुर–भागलपुर के बीच नए कोचिंग डिपो का निर्माण। इसके बाद न सिर्फ नई ट्रेनों का संचालन संभव होगा, बल्कि पूरे इलाके की लॉजिस्टिक और कनेक्टिविटी क्षमता में बड़ा सुधार आएगा।

वर्तमान में—
    •    जमालपुर–भागलपुर तिहरीकरण कार्य जारी
    •    बड़हड़वा–भागलपुर चतुर्थ लाइन की DPR भेजी जा चुकी है

नई लाइनों के बाद इस रूट पर एक्सप्रेस और मालगाड़ियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी होगी।

संघर्ष मोर्चा ने सौंपा ज्ञापन, कर्मचारियों की सुरक्षा और निर्माण कारखाना बनाने की मांग

रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधियों ने जीएम को ज्ञापन सौंपकर तीन प्रमुख मांगें रखीं—
    1.    जमालपुर को निर्माण कारखाने का दर्जा
    2.    इसे पूर्व मध्य रेलवे (ECR) में शामिल करना
    3.    कर्मचारियों की सुरक्षा व सुविधाओं को प्राथमिकता देना

मोर्चा ने बताया कि वर्कलोड और कोचिंग डिपो की घोषणा के बाद उम्मीद जगी है कि आने वाले दिनों में जमालपुर का औद्योगिक और रेल ढांचा दोनों तेजी से विकसित होंगे।

जमालपुर के लिए यह निरीक्षण यात्रा सिर्फ अधिकारियों का दौरा नहीं, बल्कि आने वाली रेल परियोजनाओं का बड़ा रोडमैप बनकर उभर रही है। नई लाइनों, बढ़ते वर्कलोड और आगामी भर्तियों से यह स्पष्ट है कि जमालपुर पूर्वी भारत का सबसे महत्वपूर्ण रेलवे हब बनने की ओर बढ़ चुका है।