दवा वितरण में बिहार फिर नंबर वन, लगातार 11 महीने से देश में शीर्ष स्थान बरकरार
केंद्र सरकार के औषधि एवं टीका वितरण प्रबंधन प्रणाली (DVDMS) पोर्टल के ताज़ा आंकड़े बिहार के लिए गर्व का कारण बने हैं। सितंबर 2024 से लगातार 11 महीनों तक दवा वितरण और आपूर्ति में पहला स्थान बनाए रखते हुए राज्य ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि पोर्टल पर बिहार को 82.13 अंक मिले हैं, जबकि राजस्थान 78.61 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में 2005 से स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव शुरू हुए और 1 जुलाई 2006 से मुफ्त दवा वितरण नीति लागू होने के बाद इस दिशा में निरंतर प्रगति हुई।
दवा उपलब्धता में बड़ा बदलाव
मंत्री पांडेय के अनुसार, 2006 में जहां केवल 47 प्रकार की दवाएं उपलब्ध थीं, आज यह संख्या बढ़कर 611 हो गई है। इसके अलावा 20 तरह की अतिरिक्त दवाएं, 132 प्रकार के चिकित्सा उपकरण और उपभोग्य वस्तुएं भी मरीजों को मुफ्त दी जा रही हैं।
जीवन रक्षक से लेकर गंभीर बीमारियों तक मुफ्त इलाज
सरकारी अस्पतालों में हर मरीज को उसकी जरूरत के मुताबिक दवाएं दी जाती हैं—चाहे वह जीवन रक्षक हों या फिर कैंसर, गठिया, अस्थमा, एलर्जी, रक्त के थक्के और अन्य गंभीर बीमारियों की दवाएं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह उपलब्धि राज्य सरकार की पारदर्शिता, सटीक आपूर्ति व्यवस्था और गुणवत्तापूर्ण सेवाओं के प्रति प्रतिबद्धता का नतीजा है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले महीनों में भी बिहार यह स्थान बनाए रखेगा और स्वास्थ्य सेवाओं में नए मानक स्थापित करेगा।







