Bihar weather report: रक्षाबंधन पर मानसून का कहर: राहत कम, आफ़त ज़्यादा
Bihar weather report: बिहार में इस बार रक्षाबंधन के मौके पर मानसून ने जमकर दस्तक दी है। बरसात का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा। दक्षिण-पश्चिम मानसून इन दिनों खास तौर पर उत्तरी बिहार पर मेहरबान है, लेकिन यह मेहरबानी अब राहत के बजाय मुसीबत बनती जा रही है। राजधानी पटना समेत कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है और सड़कों पर पानी भरने से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिन राज्य में भारी से भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। शुक्रवार रात पटना में बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ दिया। पूर्णिया, दरभंगा, सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण और समस्तीपुर में आसमान से पानी की झड़ी थमने का नाम नहीं ले रही। भोजपुर, बक्सर और आसपास के इलाके बाढ़ के खतरे से घिर चुके हैं।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम बिहार से होते हुए पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच सक्रिय चक्रवाती सिस्टम इस भारी बारिश की वजह है। आने वाले दिनों में 9, 12 और 13 अगस्त को बारिश का जोर फिर बढ़ने का अनुमान है।
गंगा, गंडक और कोसी नदियों का जलस्तर लगातार चढ़ रहा है। पटना के गांधी घाट पर गंगा खतरे के निशान से 1.15 मीटर ऊपर बह रही है, मनेर में 82 सेंटीमीटर, हाथीदह में 86 सेंटीमीटर और दानापुर में 50 सेंटीमीटर ऊपर पानी है। निचले इलाकों में कमर तक पानी भर चुका है, जिससे लोगों को सुरक्षित जगहों की ओर जाना पड़ रहा है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने 9 और 10 अगस्त को तेज हवा, मेघ गर्जन और मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी है। हवा की रफ्तार 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, साथ ही बिजली गिरने का खतरा भी है।
गांवों में खेत डूब गए हैं, फसलें बर्बाद हो रही हैं और लोग राहत शिविरों की ओर रुख कर रहे हैं। पानी की कमी से जूझ रहे इलाकों के लिए यह बारिश वरदान हो सकती है, लेकिन बाढ़ग्रस्त इलाकों में यह किसी सजा से कम नहीं।







