जहरीला खाना खाने से बच्चे की मौत, परिवार के सात लोग अस्पताल में भर्ती
बिहार के मुजफ्फरपुर में जहरीला खाना खाने से एक बच्चे मौत हो गई तो परिवार के सात लोग बीमार हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज जारी है। घटना से इलाके में सनसनी फैल गयी है। घटना साहेबगंज थाना इलाके के रूपछपरा गांव की है विषाक्त भोजन खाने से अरुण राय के पुत्र सूरज कुमार (9) की मौत हो गई। वहीं, परिवार के रामजतन राय, सोहावन कुंवर, विभा देवी, रानी कुमारी, साहिल कुमार, प्रियांशु कुमार, कृति कुमारी बीमार पड़ गई। सभी को सीएचसी लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया।
साहेबगंज से सबको एसकेएमसीएच के लिए रेफर किया गया था लेकिन बेहतर इलाज के लिए परिजन सभी को मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में ले गए जहां उनका इलाज चल रहा है। घटना के बाद से ग्रामीण भयभीत हैं। सूरज के रिश्ते के दादा विदेशी राय ने बताया कि पहले घर के लोग बुखार से पीड़ित हुए। हालत बिगड़ने लगी तो उन्हें अस्पताल भेजा गया।
परिजनों ने साहेबगंज चौक स्थित एक दवा दुकानदार को बुलवाकर इंजेक्शन दिलवाया। उसके बाद दस्त शुरू हो गया, जिसमें से सूरज की हालत बिगड़ गई। अस्पताल ले जाने के दौरान उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गणेश कुमार गौतम ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग से पीड़ित सभी को बुधवार की देर शाम परिजन सीएचसी लाए थे।
बताया जा रहा है कि जब सीएचसी भेजा गया तो सभी बेहोशी की हालत में थे। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया, लेकिन सूरज ने रास्ते में दम तोड़ दिया। गुरुवार को डॉ विजय कुमार पांडेय, डॉ संजय कुमार, स्वास्थ्यकर्मी उमेश महतो एवं एएनएम बेबी कुमारी की चार सदस्यीय टीम रूपछपरा गई थी। दवा के साथ घरों के आसपास ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया गया है। वहीं, लोगों से साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की अपील की।
इधर मनियारी थाना क्षेत्र के किनारू गांव में साढ़े तीन महीने के बच्चे की मौत पर परिजनों ने हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि बच्चे को गलत वैक्सीन दी गई। उसके पिता अनिल कुमार ने बताया कि बच्चे को बुधवार को आंगनबाड़ी केंद्र पर टीका दिया गया था। सूचना पर डीआईओ डॉ. एसके पांडेय भी मौके पर पहुंचे। डीआईओ ने बताया कि बच्चे को बुधवार सुबह 10.40 बजे आंगनबाड़ी केंद्र पर टीका लगा था। बच्चे को पोलियो का टीका दिया गया और पोलियो का ड्रॉप भी पिलाया गया। इसके अलावा रोटा वायरस से बचाव के लिए भी ड्रॉप पिलाया गया। तीनों दवा पूरी तरह सुरक्षित है। बच्चे की मृत्यु का कारण कहीं से दवा का रिएक्शन नहीं है। थानाध्यक्ष देवव्रत कुमार ने बताया कि गुरुवार को नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा गया है। आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।