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जनता दरबार में भड़के CM, शिकायत लेकर आई महिला को कहा- 'भाषण देने की जरूरत नहीं!'

 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं। मुख्‍यमंत्री सुबह 10 बजे से लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं। इस दौरान सिधवलिया प्रखंड की प्रमुख अपने गांव की समस्या लेकर मुख्यमंत्री के सामने पहुंची। यहां उन्होंने अपने क्षेत्र के अधिकारियों की लंबी शिकायत आलाकमान के सामने रखी। साथ ही 13 सालों से खुद को मानसिक प्रताड़ना का शिकार बताया। 

अपनी शिकायत लेकर मुख्यमंत्री नीतीश के सामने पहुंची महिला ने 'सुशासन की सरकार' की दुहाई दी और कहा कि अधिकारी इतने भ्रष्ट हो गए हैं कि बिना पैसे के कहीं काम नहीं होता। महिला के इन बातों से नाराज होकर मुख्यमंत्री ने कहा कि,  "जाइए! आपकी शिकायत पर सुनवाई होगी। इतना लंबा स्पीच देने की जरूरत नहीं है।" मुख्यमंत्री के टोकने के बाद भी जब महिला चुप नहीं हुईं और बोलती रह गईं तो उन्हें महिला कर्मचारियों द्वारा जबरदस्ती वहां से उठाया गया।

दरअसल, गोपालगंज के सिधवलिया प्रखंड की प्रमुख अपने घोसी पंचायत में दबंगों द्वारा बाघा नाला पर जबरन अतिक्रमण कर लेने की शिकायत लेकर पहुंची थी। प्रखंड प्रमुख ने बताया कि 13 सालों से वह विभिन्न जगहों पर अपनी शिकायत दर्ज करा चुकी हैं। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। महिला ने बताया कि नाले पर अतिक्रमण किए जाने के कारण बाढ़ के दिनों में पूरा गांव डूब जाता है। साथ ही घोसी पंचायत को मुख्य सड़क से जोड़ने की मांग को लेकर भी कई बार अधिकारियों को आवेदन दे चुकीं हैं। लेकिन यह काम आज तक नहीं हुआ। जिला परिषद की बैठक में भी यह मामला उठा लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अंचलाधिकारी द्वारा मनरेगा के तहत सड़क निर्माण का काम प्रस्तावित है। फिर भी राशि आवंटित नहीं हुई। फरियादी महिला ने गोपालगंज उपसमहर्ता वीरेंद्र प्रताप पर उनकी बात नहीं सुने जाने का आरोप लगाया। 

जनता दरबार: CM को मिली पुलिस और प्रशासन से जुड़ी कई शिकायतें- https://newshaat.com/bihar-local-news/janata-darbar-cm-received-many-complaints-related-to-police/cid5394509.htm