CM नीतीश कुमार का बड़ा ऐलान: शिक्षक बहाली में अब बिहारवासियों को मिलेगी वरीयता, डोमिसाइल नियम में बदलाव का आदेश
Patna: इबिहार में सरकारी शिक्षक बनने की चाह रखने वाले स्थानीय युवाओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि अब शिक्षक बहाली में बिहार के निवासियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए उन्होंने शिक्षा विभाग को डोमिसाइल (स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र) से जुड़े नियम में संशोधन करने का निर्देश दिया है। खास बात यह है कि यह बदलाव TRE-4 से ही लागू होगा।
नीतीश कुमार ने सोमवार को X पर पोस्ट करते हुए लिखा, "शिक्षकों की बहाली में बिहार के निवासियों को प्राथमिकता देने हेतु शिक्षा विभाग को आवश्यक संशोधन करने का निर्देश दिया गया है। यह संशोधन TRE-4 से ही प्रभावी होगा।"

क्या है इस फैसले का मतलब?
अब जो युवा बिहार के स्थायी निवासी हैं, उन्हें शिक्षक बहाली प्रक्रिया में वरीयता दी जाएगी। यानी बाहर के राज्यों से आकर आवेदन करने वालों की तुलना में बिहार के युवाओं को अधिक अवसर और प्राथमिकता मिलेगी।
- TRE-4 और TRE-5 को लेकर क्या कहा मुख्यमंत्री ने?
- TRE-4 का आयोजन 2025 में होगा।
- TRE-5 परीक्षा 2026 में ली जाएगी।
- TRE-5 से पहले STET परीक्षा कराई जाएगी, ताकि पहले से पात्र उम्मीदवारों की सूची तैयार हो सके।
क्यों लिया गया यह फैसला?
इस मांग को बिहार के युवाओं ने लंबे समय से उठाया था कि बहाली में बाहरी राज्यों से आने वाले अभ्यर्थियों की तुलना में स्थानीय उम्मीदवारों को वरीयता मिलनी चाहिए। नीतीश कुमार ने माना कि योग्य और स्थानीय उम्मीदवारों को मौका देना ज़रूरी है, ताकि बिहार के स्कूलों में न सिर्फ शिक्षा का स्तर बेहतर हो, बल्कि यहां के युवाओं को भी स्थायी रोजगार का मौका मिले।
शिक्षा में सुधार है सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि नवंबर 2005 से ही उनकी सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार काम किया है। हजारों शिक्षकों की नियुक्ति पहले ही हो चुकी है और आगे भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी।
बिहार डोमिसाइल रखने वालों को अब बहाली में प्राथमिकता मिलेगी:
- TRE-4 से लागू होगा नया नियम
- TRE-5 से पहले STET अनिवार्य होगा
- शिक्षा में गुणवत्ता और पारदर्शिता को मिलेगा बढ़ावा







