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लेट से एग्जाम हॉल पहुंचने पर भूलकर भी ना फांदे दीवार, समय से आधे घंटे पहले बंद होगा एंट्री गेट, परीक्षा देने से पहले पढ़ लें ये खबर

 

इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 को लेकर परीक्षा समिति ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। एक फरवरी से शुरू होने वाली इस परीक्षा में छात्रों को परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले केंद्र में पहुंचना अनिवार्य होगा। परीक्षा केंद्रों के मुख्य द्वार परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले बंद कर दिए जाएंगे।

समिति ने स्पष्ट किया है कि देर से आने वाले छात्रों को किसी भी स्थिति में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यदि कोई परीक्षार्थी दीवार फांदकर या जबरन प्रवेश करने का प्रयास करता है, तो यह आपराधिक कृत्य माना जाएगा। ऐसे छात्रों को दो वर्षों के लिए परीक्षा से निष्कासित करने के साथ-साथ उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।

पेपर लीक और परीक्षा में भ्रष्टाचार की किरकिरी से बचने के लिए बिहार बोर्ड की तरफ से इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। परीक्षा में गड़बड़ी न हो इसकी मॉनिटरिंग खुद बोर्ड कर रहा है। हर सेंटर में CCTV कैमरे लगाए गए हैं। इसका कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बोर्ड ऑफिस को बनाया गया है।
परीक्षा दो शिफ्ट में होगी। पहली पाली सुबह 9.30 से दोपहर 12.45 तक। दूसरी पाली- दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 5.15 बजे तक। क्वेश्चन पेपर पढ़ने का 15 मिनट भी इसी में शामिल होगा।

बोर्ड की तरफ से इस बार स्टूडेंट्स को हिदायत दी गई है कि वे परीक्षा शुरू होने से 1 घंटे पहले सेंटर पर पहुंच जाएं। सुबह 8.30 बजे से एंट्री गेट आधे घंटे के लिए खुलेगा और 9 बजे बंद हो जाएगा। इसके बाद स्टूडेंट्स को एंट्री नहीं मिलेगी।

इस ऐसे समझिए कि पहली पाली के लिए 8.30 बजे से एंट्री शुरू होगी और 9 बजे गेट बंद हो जाएगा। इसी तरह दूसरी पाली के लिए 1 बजे एंट्री शुरू होगी और 1.30 बजे एंट्री गेट बंद हो जाएगा।

सर्दी को देखते हुए बोर्ड की तरफ से जूता-मोजा पहनने की अनुमति छात्रों को दी गई है। 5 फरवरी तक स्टूडेंट्स जूता-मोजा पहन कर सेंटर पर जा सकते हैं। 5 फरवरी के बाद एक बार मौसम का रिव्यू किया जाएगा, इसके आधार पर तय होगा कि जूता-मोजा पर पाबंदी लगाई जाए या नहीं। पिछले साल ठंड को देखते हुए बोर्ड की तरफ से रियायत दी गई थी। इस बार बोर्ड की तरफ से इस पर सख्ती बढ़ा दी गई है।

बिहार बोर्ड की तरफ इस बार स्पष्ट कर दिया गया कि केवल स्टूडेंट्स ही नहीं वीक्षक भी अपने साथ जरूरी डॉक्यूमेंट के अलावा कुछ भी सेंटर नहीं ले जा सकेंगे। केंद्राधीक्षक को छोड़कर किसी भी शिक्षक या कर्मचारी को मोबाइल फोन ले जाने पर पाबंदी रहेगी। अगर ये मोबाइल लेकर सेंटर पर आते भी हैं तो इन्हें इसे केंद्राधीक्षक के पास जमा कराना होगा। परीक्षा केंद्र में किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। अगर स्पेशल टीम के औचक निरीक्षण में किसी वीक्षक के पास कोई मोबाइल मिलता है तो वीक्षक पर भी एक्शन होगा।