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चुनाव से ठीक पहले आरजेडी को बड़ा झटका, दो विधायकों ने छोड़ी पार्टी- अब थामेंगे भाजपा का दामन

 
चुनाव से ठीक पहले आरजेडी को बड़ा झटका, दो विधायकों ने छोड़ी पार्टी- अब थामेंगे भाजपा का दामन

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान के साथ ही राज्य की सियासत में दल-बदल का दौर शुरू हो गया है। टिकट कटने के डर और राजनीतिक समीकरणों के फेरबदल के बीच कई नेता अपनी निष्ठा बदलते नज़र आ रहे हैं। इसी कड़ी में तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है आरजेडी के दो मौजूदा विधायकों ने पार्टी से नाता तोड़ दिया है।

सूत्रों के मुताबिक, नवादा की विधायक विभा देवी और राजौली के विधायक प्रकाश वीर ने न केवल आरजेडी की सदस्यता से बल्कि विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफ़ा दे दिया है।
दोनों ही नेता अब भाजपा का दामन थामने वाले हैं, जिसकी औपचारिक घोषणा अगले कुछ दिनों में होने की संभावना है।

भाजपा मंच पर दिखे थे दोनों विधायक

राजनीतिक हलकों में इन दोनों नेताओं के पार्टी छोड़ने की चर्चा पिछले कई महीनों से थी। अगस्त में गया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान दोनों विधायक भाजपा के मंच पर देखे गए थे। तभी से कयास तेज़ थे कि वे जल्द ही आरजेडी से अलग राह पकड़ सकते हैं।
हालांकि उस समय दोनों ने सफाई दी थी कि वे “केवल कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे”, लेकिन अब उनका इस्तीफ़ा तेजस्वी खेमे के लिए बड़ा झटका बन गया है।

कौन हैं विभा देवी?

विभा देवी, नवादा से आरजेडी की विधायक, पूर्व विधायक राजवल्लभ यादव की पत्नी हैं। राजवल्लभ यादव पर बलात्कार का मामला दर्ज था, जिसमें हाल ही में पटना हाईकोर्ट से उन्हें बरी कर दिया गया।
कानूनी राहत मिलने के बाद से ही विभा देवी और उनके परिवार का झुकाव एनडीए की ओर माना जा रहा था।

विभा देवी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार श्रवण कुमार को 26,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराया था। उन्होंने बेहद चुनौतीपूर्ण हालात में पार्टी संगठन के साथ तालमेल बैठाते हुए अपनी राजनीतिक पहचान बनाई।
आरजेडी के भीतर उन्हें तेजस्वी यादव की भरोसेमंद नेताओं में गिना जाता था।

प्रकाश वीर का आरजेडी से पुराना नाता

दूसरे विधायक प्रकाश वीर 2020 में राजौली सीट से आरजेडी के टिकट पर जीते थे। उन्हें 69,984 वोट मिले थे, जबकि भाजपा उम्मीदवार कन्हैया कुमार को 57,391 वोट पर संतोष करना पड़ा था। प्रकाश वीर आरजेडी के जमीनी कार्यकर्ता रहे हैं और लंबे समय से पार्टी संगठन में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
राजौली इलाके में उनकी जनसंपर्क और स्थानीय पकड़ को उनकी जीत की सबसे बड़ी ताकत माना गया था।

तेजस्वी कैंप में हलचल, भाजपा खेमे में उत्साह

दो विधायकों के इस्तीफ़े से तेजस्वी यादव के खेमे में हलचल बढ़ गई है, जबकि भाजपा खेमे में उत्साह साफ़ दिखाई दे रहा है।

सूत्रों के अनुसार, दोनों विधायकों के साथ कुछ अन्य आरजेडी नेता भी भाजपा में शामिल होने की तैयारी में हैं। अगर ऐसा होता है तो यह राजद के लिए चुनाव से पहले की सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।