पटना में 6,495 करोड़ की जेपी गंगापथ परियोजना का शिलान्यास, नीतीश कुमार बोले– समय पर और गुणवत्तापूर्ण काम होगा पूरा
Patna Desk: पटना के दीघा में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेपी गंगापथ विस्तारीकरण परियोजना (दीघा-शेरपुर-बिहटा) का शिलान्यास किया। करीब 6,495 करोड़ 79 लाख रुपये की लागत से बनने वाली यह परियोजना 35.65 किमी लंबी होगी। इसके पूरा हो जाने पर पटना का सीधा संपर्क पटना-आरा-बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-922), लखनऊ-गाजीपुर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और आरा-मोहनिया राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-319) से जुड़ जाएगा।
जाम से मिलेगी राहत, बढ़ेगी कनेक्टिविटी
मुख्यमंत्री ने बताया कि परियोजना का काम कोईलवर तक शुरू हो गया है और इसे तय समय में पूरा किया जाएगा। इसके बनने से दानापुर-छितनावां-मनेर मार्ग पर जाम की समस्या से निजात मिलेगी। साथ ही एनआईटी पटना, आईआईटी पटना और बिहटा एयरपोर्ट तक आने-जाने में भी लोगों को बड़ी सहूलियत होगी।
पांच और सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने इसी मौके पर लगभग 2,900 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 225.475 किमी लंबी पांच अन्य सड़कों का भी शिलान्यास किया। इनमें शामिल हैं:
• धोरैया-इंगलिस मोड़ असरगंज पथ (बांका, मुंगेर, भागलपुर – 58.47 किमी, लागत 650.51 करोड़)
• हथौड़ी-औराई पथ (मुजफ्फरपुर – 21.3 किमी, लागत 814.22 करोड़, उच्च स्तरीय पुल सहित)
• आरा-एकौना-खैरा-सहार पथ (भोजपुर – 32.26 किमी, लागत 373.56 करोड़)
• छपरा-मांझी-दरौली-गुठनी पथ (छपरा और सीवान – 72.18 किमी, लागत 701.26 करोड़)
• बनगंगा-जेठियन-गहलौत-बिन्दस पथ (नवादा, नालंदा और गया – 41.25 किमी, लागत 361.32 करोड़)
औद्योगिक और शैक्षणिक क्षेत्रों को फायदा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बड़े सड़क प्रोजेक्ट्स से न सिर्फ पटना बल्कि आसपास के जिलों में भी यातायात सुगमता बढ़ेगी। औद्योगिक और शैक्षणिक संस्थानों तक बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी और आम लोगों को दैनिक आवागमन में राहत महसूस होगी।
कार्यक्रम में कई दिग्गज नेता और अधिकारी मौजूद
शिलान्यास कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सचिव कुमार रवि, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप कुमार आर. पुडुकलकट्टी, पटना प्रमंडल आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह, बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम., एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा समेत कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।







