मंत्री मुकेश सहनी का जागा RJD प्रेम, तेजस्वी को बताया छोटा भाई, BJP पर हमला
बिहार एनडीए में इन दिनों जमकर बयानबाजी हो रही है। वहीं आज एनडीए के घटक दल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने बड़ा बयान दे दिया है। मुकेश सहनी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा वीआईपी को गाली दिलवाने और कमजोर करने का काम करती है। वहीं मंत्री मुकेश सहनी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को छोटा भाई समान बताया। कहा कि तेजस्वी यादव से उनकी कोई लड़ाई नहीं है, वह उनके छोटे भाई की तरह हैं। मुकेश सहनी ने कहा कि वह कहीं हारता हैंऔर तेजस्वी जीत जातें हैं तो उन्हें खुशी ही होगी।
वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में निषाद आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन भाजपा ने दुश्मनी पाल लिया है। कहा, " हमने भाजपा को कहा कि वह उत्तर प्रदेश में निषाद समाज को आरक्षण दे दें तो हम चुनाव मैदान से भी हट जाएंगे। लेकिन भाजपा मुझे गालियां दिलवा रही हैं। भाजपा के सांसद अजय निषाद लगातार मुझे उल्टा-सीधा बोल रहे हैं। " उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि भाजपा उन्हें फिर से एमएलसी नहीं बनाएगी। मुकेश सहनी ने कहा, " क्या होगा, फिर से रोड पर आएंगे। हम लोग रोड पर उतर कर संघर्ष करने वाले लोग हैं। एमएलसी-मंत्री नहीं रहेंगे तो क्या होगा। फिर से सड़क पर संघर्ष करेंगे। "
वहीं तेजस्वी को लेकर उनके सुर सुर बदले बदले नजर आ रहे थे। मालूम हो कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की साझा प्रेस कांफ्रेंस में मुकेश सहनी तेजस्वी यादव को उल्टा सीधा बोल कर बाहर निकल गए थे। लेकिन अब वह कह रहे हैं कि तेजस्वी यादव से उनकी कोई लड़ाई नहीं है। मुकेश सहनी तेजस्वी यादव को छोटा भाई बता रहे हैं। कहा, " मैं तो लालू यादव की विचारधारा में पला बढ़ा आदमी रहा हूं। भाजपा के कुछ नेता कह रहे हैं कि बिहार में वीआईपी विधायक मुसाफिर पासवान के निधन से खाली हुई सीट को वीआईपी को नहीं देंगे और वहां भाजपा उम्मीदवार उतारेगी। भाजपा चाहे जो कर ले उसकी परवाह नहीं है। वहां अगर वीआईपी पार्टी का कैंडिडेट नहीं जीतेगा तो तेजस्वी का कैंडिडेट जीतेगा। मुझे खुशी है कि मेरे छोटे भाई का कैंडिडेट जीतेगा। "
CM नीतीश से नहीं संभल रहा है बिहार, लागू हो राष्ट्रपति शासन: चिराग पासवान- https://newshaat.com/bihar-local-news/presidents-rule-should-be-implemented-in-bihar-bihar-is-not/cid6258842.htm







