राघोपुर पर NDA की नजर: केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने विधानसभा क्षेत्र को गोद लेने का किया ऐलान
Vaishali: लालू परिवार की परंपरागत सीट मानी जाने वाली राघोपुर विधानसभा पर अब एनडीए ने अपनी नजरें गड़ा दी हैं। विकास की नई राह पर राघोपुर को लाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बड़ा ऐलान करते हुए राघोपुर क्षेत्र को गोद लेने की घोषणा कर दी है। यह ऐलान उन्होंने वैशाली जिले के बिदुपुर प्रखंड स्थित चेचर महादेव मंदिर में सावन मास के मौके पर आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान किया।
राघोपुर को दिल्ली से जोड़ देंगे
मंच से संबोधित करते हुए नित्यानंद राय ने कहा, राघोपुर का चहुंमुखी विकास मेरी प्राथमिकता है। मैं चाहता हूं कि यह इलाका दिल्ली से सीधे जुड़ जाए विकास की हर योजना से, हर सड़क से, हर सपने से। उन्होंने जनता से भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि बीच की कड़ी आप सभी हैं, हम मिलकर राघोपुर को नया रूप देंगे।
विपक्ष पर सीधा निशाना
हालांकि नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, कुछ लोगों को न तो विकास की चिंता है और न ही विरासत की। उन्होंने बाबा जागेश्वरनाथ से राघोपुर के कल्याण की प्रार्थना भी की और सभी को सद्बुद्धि देने की कामना की।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का किया जिक्र
अपने संबोधन में नित्यानंद राय ने भारतीय सेना की बहादुरी की भी सराहना की। उन्होंने कहा, भारत की बेटियों के सिंदूर की रक्षा के लिए हमारी सेना पूरी तरह सक्षम है। हम हर आतंकी और दुश्मन ताकत को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।
मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया
नित्यानंद राय ने मंच से मोदी सरकार की प्रमुख नीतियों और फैसलों की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि:
- धारा 370 हटाना
- राम मंदिर निर्माण
- वक्फ कानून में संशोधन
- घर-घर शौचालय
- गरीबी उन्मूलन के प्रयास
जैसे ऐतिहासिक फैसले दिखाते हैं कि देश सही दिशा में बढ़ रहा है।
कमेटी से लेकर कमिटमेंट तक
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी राघोपुर और आसपास के इलाकों के लिए एक विशेष कमेटी गठित की थी, जो इलाके के विकास की योजना तैयार कर रही है। अब नित्यानंद राय का यह कदम राघोपुर में एनडीए के बढ़ते फोकस को साफ तौर पर दिखाता है।
भीड़ में दिखा जनसमर्थन
इस धार्मिक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे। भीड़ का उत्साह यह संकेत दे रहा था कि राघोपुर अब सिर्फ लालू परिवार की पहचान नहीं, बल्कि विकास की नई कहानी भी बन सकता है।
यह रिपोर्ट संकेत देती है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में राघोपुर सिर्फ एक सीट नहीं, बल्कि बड़ा सियासी अखाड़ा बनने जा रहा है।







