नीतीश सरकार का बड़ा तोहफ़ा: निर्माण श्रमिकों को 5,000 की बढ़ी हुई वस्त्र सहायता, ‘मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना’ पोर्टल का शुभारंभ
Patna Desk: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के लाखों निर्माण श्रमिकों के खातों में सीधे 5,000 रुपये की सहायता राशि भेजी। यह राशि वार्षिक वस्त्र सहायता योजना के अंतर्गत दी गई है। इस बार लगभग 16 लाख 4 हजार 929 पंजीकृत श्रमिकों को कुल 802 करोड़ 46 लाख रुपये का लाभ पहुंचाया गया।
इसी कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य की महत्वाकांक्षी योजना ‘मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना’ के वेब पोर्टल का भी शुभारंभ किया।
श्रमिकों को सीधे लाभ
सीएम ने कहा कि बिहार की तरक्की में श्रमिक भाई-बहनों का योगदान अतुलनीय है और उनकी बेहतरी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने श्रम संसाधन विभाग को निर्देश दिया कि अभियान चलाकर सभी छूटे हुए श्रमिकों को भी पंजीकृत किया जाए ताकि योजना का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुँच सके।
गौरतलब है कि 2020 से शुरू हुई वार्षिक वस्त्र सहायता योजना में पहले हर श्रमिक को 2,500 रुपये मिलते थे। अब इस राशि को दोगुना करके 5,000 रुपये कर दिया गया है।
‘मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना’ : युवाओं के लिए नया अवसर
कार्यक्रम में लॉन्च हुआ मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना वेब पोर्टल युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इस योजना का मकसद युवाओं को विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में संरचित इंटर्नशिप के जरिए न केवल व्यावहारिक अनुभव देना है बल्कि उन्हें आर्थिक सहयोग भी मुहैया कराना है।
• वित्तीय वर्ष 2025-26 में 5,000 इंटर्नशिप अवसर उपलब्ध होंगे।
• अगले पाँच वर्षों में हर साल 20,000 अवसर दिए जाएंगे।
• इस प्रकार कुल 1,05,000 युवाओं को इंटर्नशिप का लाभ मिलेगा।
यह पोर्टल उद्योगों और युवाओं के बीच सेतु का काम करेगा, जिससे दोनों पक्षों को सुविधा होगी।
कार्यक्रम में शामिल हुए दिग्गज
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। वहीं, जिलों के जनप्रतिनिधि, श्रमिक और आम लोग भी वर्चुअली जुड़े।
मुख्यमंत्री को स्वागत स्वरूप श्रम संसाधन विभाग द्वारा हरित पौधा भेंट किया गया। कार्यक्रम में विभाग की योजनाओं पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रस्तुत की गई।







