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अब रेलवे स्टेशन पर भी मिलेगा स्पा और सैलून का मज़ा, जमालपुर जंक्शन से हुई शुरुआत

 
अब रेलवे स्टेशन पर भी मिलेगा स्पा और सैलून का मज़ा, जमालपुर जंक्शन से हुई शुरुआत

Patna Desk: जब लंबी रेल यात्राओं के दौरान अक्सर थकान और असुविधा यात्रियों को परेशान करती है। कई बार सफर से पहले शेविंग, हेयरकट या मसाज जैसी ज़रूरी चीजें छूट जाती हैं, और यात्रा और भी थकाऊ लगने लगती है। लेकिन अब रेलवे ने इसका समाधान ढूंढ निकाला है।

मालदा रेल मंडल ने यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए जमालपुर जंक्शन पर 24 घंटे खुला रहने वाला अत्याधुनिक स्पा और सैलून शुरू किया है। यह अपनी तरह की एक अनोखी पहल है, जिसका मकसद रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान भी तरोताज़ा और रिलैक्स महसूस कराना है।

AC में मिलेगा आराम और ताज़गी

जमालपुर स्टेशन पर खुला यह सैलून पूरी तरह से वातानुकूलित (AC) है। यहां यात्री हेयर कटिंग, शेविंग, दाढ़ी ट्रिमिंग से लेकर बॉडी मसाज तक का आनंद ले सकते हैं। खास बात यह है कि स्टेशन पर इंतज़ार करते समय यात्री अपनी थकान मिटाकर नई ऊर्जा के साथ आगे का सफर कर सकते हैं।

रेलवे के अनुसार, जल्द ही यह सुविधा सुल्तानगंज, साहिबगंज और भागलपुर स्टेशनों पर भी उपलब्ध कराई जाएगी।

सुविधाएं और दरें

सैलून को यात्रियों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए आरामदायक बनाया गया है। इसमें मूविंग चेयर, आरामदायक सोफे और आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं।
सेवाओं की दरें भी आम बाज़ार की तरह ही रखी गई हैं:
    •    बाल कटिंग: ₹70
    •    बच्चों की बाल कटिंग: ₹50
    •    शेविंग/दाढ़ी बनाना: ₹50
    •    बॉडी मसाज: ₹100

शुरू होने के कुछ ही दिनों में हर दिन 10–12 यात्री इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।

क्यों खास है जमालपुर स्टेशन पर यह सुविधा?

जमालपुर मालदा रेल मंडल का अहम स्टेशन है, जहां लगभग 10 से 15 हजार यात्री रोज़ाना सफर करते हैं। यही नहीं, यहां एशिया का पहला रेल कारखाना भी मौजूद है, जिसकी वजह से अधिकारियों और कर्मचारियों का भी लगातार आना-जाना रहता है।

अक्सर लंबी दूरी की ट्रेनें देरी से आती हैं, ऐसे में यात्रियों के लिए स्टेशन पर ही सैलून की सुविधा किसी बड़ी राहत से कम नहीं।

रोजगार का नया रास्ता भी

रेलवे की इस पहल से सिर्फ यात्रियों को ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। इसका सीधा फायदा उन लोगों को हो रहा है, जो इस सैलून में काम करके आत्मनिर्भर बन रहे हैं।