तकनीकी गड़बड़ी से बंद हुई वृद्धावस्था पेंशन फिर से शुरू, 3 लाख बुजुर्गों को राहत
Patna: बिहार के लाखों बुजुर्गों के लिए अच्छी खबर है। तकनीकी कारणों से जिनकी वृद्धावस्था पेंशन बीच में ही रुक गई थी, अब उन्हें फिर से पेंशन मिलेगी। इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने खास पहल की है और पूरे राज्य में विशेष शिविर लगाने का निर्णय लिया है।
शिविर में होगा तुरंत समाधान
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, करीब 3 लाख बुजुर्ग ऐसे हैं जिनकी पेंशन अचानक बंद हो गई थी और वे महीनों से चक्कर काट रहे थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर अब प्रखंड स्तर पर शिविर लगाकर उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा।
अधिकतर मामलों में बायोमेट्रिक सत्यापन फेल होने के कारण भुगतान रुक गया था। कई बुजुर्गों के अंगूठे की रेखाएं मिट जाने या आंख की पुतली में समस्या के कारण मशीनें उनका सत्यापन नहीं कर पा रही थीं।
नाम की स्पेलिंग भी बनी बाधा
इसके अलावा, आधार कार्ड और बैंक खाते में नाम अलग-अलग होने या स्पेलिंग में गड़बड़ी की वजह से भी कई लोगों की डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) प्रक्रिया अटक गई थी।
पेंशन बढ़ने के बाद बढ़े आवेदक
सरकार ने हाल ही में वृद्धावस्था पेंशन को ₹400 से बढ़ाकर ₹1100 प्रति माह कर दिया है। इसके बाद से नए आवेदनों में तेजी आई है। मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के लाभार्थी पहले 50 लाख थे, जो अब 63,557 बढ़ गए हैं।
अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थी
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन- 35,62,501
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन- 6,35,553
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विकलांगता पेंशन- 1,10,744
- लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन- 8,74,433
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल बुजुर्गों को आर्थिक राहत देगा, बल्कि पेंशन प्रणाली में पारदर्शिता और सुविधा भी बढ़ाएगा।







