30वां लघुकथा सम्मेलन में जुटे लघुकथाकार, कई पुस्तकों का लोकार्पण...
Patna: अखिल भारतीय प्रगतिशील लघुकथा मंच पटना के तत्वावधान में किलकारी बिहार बाल भवन में आयोजित 30वें लघुकथा सम्मेलन में शामिल होने के लिए देश के अन्य शहरों से सैंकड़ो लघुकथाकार पहुंचे. इसमें भोपाल, मध्य प्रदेश स्थित लघुकथा शोध केंद्र की निदेशक श्रीमती कांता राय, नागपुर, महाराष्ट्र से प्रो (डॉ) मिथिलेश अवस्थी व चुनार मिजापुर से अखिल भारतीय प्रगतिशील लघुकथा मंच के अध्यक्ष डॉ राम दुलार सिंह पराया मुख्यरुप से शामिल हुए.
अखिल भारतीय प्रगतिशील लघुकथा मंच की ओर से आयोजित दो दिवसीय लघुकथा सम्मेलन का उद्घाटन संयुक्त रुप से बिहार विधान परिषद के उपसभापति डॉक्टर रामबचन राय, मुख्य अतिथि बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, विशिष्ट अतिथि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर अबू बकर रिजवी, श्री अरविंद महिला कॉलेज के हिंदी विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर शिवनारायण, किलकारी के निदेशक ज्योति परिहार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए डाॅ रामदुलार सिंह 'पराया' ने कहा कि इस लघुकथा लौ को डाॅ सतीशराज पुष्करणा ने जिस मिशन से शुरु किया था, उसे मंजिल तक पहुंचाने का संकल्प लें.
इस अवसर पर लघुकथा मंच के महासचिव डाॅ ध्रुव कुमार के संपादकत्व में प्रकाशित डॉ सतीशराज पुष्करणा के कृतित्व पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण किया गया. इसके अलावा तारीक असलम 'तस्नखम' की पुस्तक जन्नत, डाॅ सतीश चंद्र भगत की पुस्तक माटी के करजा, चितरंजन भारती की पुस्तक पीछा करती दृष्टि समेत आधा दर्जन से अधिक पुस्तकों का लोकार्पण उक्त अतिथियों के द्वारा किया गया. इसके अतिरिक्त लघुकथा विषयक पुस्तकों की प्रदर्शनी एवं पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.
पटना की मेयर श्रीमती सीता साहू, नन्द किशोर यादव, रामवचन राय, ज्योति परिहार समेत अन्य ने लघुकथा में अविस्मरणीय योगदान करने वाले देश के शीर्ष लघुकथाकार 75 वर्षीय बलराम को प्रथम डॉ सतीशराज पुष्करणा लघुकथा शिखर सम्मान, लघुकथा आलोचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाली बोकारो, झारखंड की 77 वषीर्या डॉ आशा पुष्प को सतीशराज पुष्करणा लघुकथा समालोचना सम्मान, बेगूसराय के 25 वर्षीय सुमन कुमार को सतीशराज पुष्करणा लघुकथा युवा सम्मान एवं पटना के 12 वर्षीय अनुराग कुमार को सतीशराज पुष्करणा लघुकथा नवांकुर सम्मान से सम्मानित किया गया. दिल्ली के प्रसिद्ध शीर्ष लघुकथाकार बलराम की अनुपस्थिति में घोषित किया गया. उन्हें कल समर्पित किया गया.
सम्मेलन में बिहार के अलावा दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, हरियाणा आदि राज्यों के 100 से अधिक लघुकथाकार शिरकत कर रहे हैं. सम्मेलन के दूसरे दिन कथाकार श्री बलराम पर केंद्रित एक विशेष सत्र का आयोजन भी होगा. साथ ही लघुकथा के सिद्धांत एवं रचना पक्ष पर दो अलग-अलग सत्र एवं लघुकथा पाठ आयोजित किया जाएगा. अंतिम सत्र में सम्मेलन में शामिल लघुकथाकार अपनी लघुकथाओं का पाठ करेंगे.







