Movie prime

ऑनलाइन हाजिरी नहीं होने पर अनुपस्थित माने जाएंगे शिक्षक, कटेगा वेतन

 

अब सरकारी स्कूलों से गायब रहने तथा लेट आने वाले शिक्षकों की खैर नहीं है। शिक्षकों की हाजिरी अब ई-शिक्षा कोष ऐप पर ऑनलाइन बन रही है। विभागीय निर्देश के मुताबिक, सिकटी प्रखंड के सभी शिक्षकों को 26 जून तक स्कूलों द्वारा यू-डाइस पोर्टल पर अपना प्रोफाइल अपडेट करने का समय दिया गया था। जबकि सिकटी प्रखंड अन्तर्गत अब तक 85 प्रतिशत शिक्षक ही अपने डाटा को ऑनलाइन कर पाए हैं।

इधर, ई-शिक्षा कोष ऐप के माध्यम से शिक्षकों की उपस्थिति पर नजर रखी जा रही है। सिकटी के सभी प्रारंभिक, हाई व इंटर स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन लग रही है। कुछ शिक्षक आदेश की सख्ती को देखते हुए ऑनलाइन उपस्थिति को लेकर खासे परेशान दिखाई दे रहे हैं। इसकी वजह ऐप का सही से काम नहीं करना बताया जा रहा है।

शिक्षकों की शिकायत है कि ई-शिक्षा कोष में विद्यालय का लोकेशन सही से समाविष्ट नहीं किया गया है। परिणामतः ऐप का सही से संचालन नहीं हो पा रहा है। दूसरी समस्या यह भी बताया जा रही है कि विभाग द्वारा अब तक कोई भी टेक्निकल टीम सपोर्ट में नहीं आयी है।


वहीं, अधिकारियों की मानें तो ऑनलाइन उपस्थिति को ले प्रत्येक दिन बीआरसी कर्मियों के विभाग द्वारा बैठक बुलाकर त्रुटि समाधान हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है। दो से तीन दिनों में ऐप से जुडी सारी समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा। शिक्षकों का आगमन एवं प्रस्थान के समय ऑनलाइन हाजिरी लगानी होगी।

खास बात यह है कि यह ऐप स्कूल परिसर में ही खुलेगा। बताया जा रहा है कि इसी तरह विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी बनाने पर भी काम चल रहा है। इसके लिए विकसित ऐप के आने पर विद्यार्थियों की भी ऑनलाइन हाजिरी लगेगी। शिक्षकों को अब अवकाश के लिए भी ई-शिक्षा कोष ऐप पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन की ऑनलाइन स्वीकृति एचएम की ओर से मिलने पर ही शिक्षकों को अवकाश मिलेगा।

जानकारी के अनुसार, ई-शिक्षा कोष पोर्टल लाइव लोकेशन के आधार पर काम करेगा। स्कूल परिसर से बाहर रहकर किसी भी शिक्षक की न तो एंट्री होगी और न हीं एग्जिट। सुबह निश्चित समय के बाद लिंक स्वतः बंद हो जाएगा। इसके बाद आने वाले शिक्षकों की हाजिरी नहीं लगेगी और वे अनुपस्थित माने जाएंगे।