जहानाबाद सदर अस्पताल में इंजेक्शन देते ही बिगड़ी 22 महिलाओं की बिगड़ी हालत, खिड़की कूदकर भागे डॉक्टर और नर्स

बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है. इसी झलक शुक्रवार को देखने को जहानाबाद में देखने को मिली. जहानाबाद के सदर अस्पताल में इंजेक्शन लगते ही एक नही, दो नही बल्कि 22 महिला मरीजों की हालत बिगड़ने लगी. जिसके बाद परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया. वही हंगामा शुरू होते ही अस्पताल के नर्स अस्पताल के खिड़की से फरार हो गये.
दरअसल यह मामला सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष का है. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि डिलेवरी के लिए सदर अस्पताल में महिला को भर्ती कराया, जहां गुरुवार की रात Ceftriaxone इंजेक्शन लगाने से एक नही, दो नही बल्कि बीस-बाइस महिला मरीजों की हालत बिगड़ गयी. उस समय अस्पताल प्रबंधन को फोन करने के वावजूद कोई सुनने वाला नही नहीं था.
मरीज के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि सरकारी अस्पताल सिर्फ नाम के है यहां हर काम करवाने के लिए पैसे मांगे जाते है. अगर मरीज को सलाइन चढ़ाना हो तो उसमें पैसे, मरीज को इधर से उधर ले जाने हो तो उसमें पैसे. वही इस घटना के बाद मरीज के परिजनों में आक्रोश व्याप्त है. वही हंगामा की खबर पाकर मौके पर सीनियर डॉक्टर पहुंचे, जिसके बाद दूसरा इंजेक्शन सभी महिलाओं को दिया गया. जिससे मरीजों की हालत में सुधार हुआ. इस तरह की घटना ने एक बार फिर से बिहार के स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलकर रख दी है.