संघ के वरिष्ठ प्रचारक नवल प्रसाद जी का निधन, राष्ट्र कार्य में समर्पित जीवन को दी गई अंतिम विदाई

Patna: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ प्रचारक नवल प्रसाद जी का सोमवार रात्रि को निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और पटना के पालिका विनायक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। अंतिम संस्कार पटना के गुलबी घाट पर सम्पन्न हुआ, जहां मुखाग्नि उनके छोटे भाई कौशलेंद्र प्रसाद सिंह ने दी।
वर्तमान में नवल जी जागरण पत्रक के प्रांत पाठक प्रमुख के रूप में कार्यरत थे। मूलतः नालंदा जिले के अस्थावां प्रखंड स्थित अकबरपुर गांव के निवासी नवल जी ने पटना विश्वविद्यालय से भूगोल विषय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की थी। वर्ष 1996 में भागलपुर संघ शिक्षा वर्ग से वे प्रचारक बने और तभी से उन्होंने अपने जीवन को पूर्णतः राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित कर दिया।

संघ कार्य में निभाई कई अहम जिम्मेदारियाँ
प्रचारक के रूप में उनकी शुरुआत सासाराम नगर प्रचारक के रूप में हुई। इसके बाद उन्होंने बांका और नालंदा जिलों में जिला प्रचारक की ज़िम्मेदारी संभाली। ग्रामीण क्षेत्रों में संघ कार्य के विस्तार में उनकी भूमिका को हमेशा याद किया जाएगा। ग्रामीण कार्यक्षेत्र में सक्रियता और संगठनात्मक क्षमता को देखते हुए उन्हें अखिल भारतीय किसान संघ के प्रांत सह संगठन मंत्री का दायित्व सौंपा गया। उनके नेतृत्व में किसान संघ के कई अभियान और कार्यक्रम सफलता के साथ आयोजित हुए।
कर्तव्यनिष्ठ और दृढ़ विचारों वाले थे नवल जी
नवल जी अपने अक्खड़ और स्पष्टवादी स्वभाव के लिए भी जाने जाते थे। वे एक बार किसी कार्यक्रम या कार्य को तय कर लेते थे, तो फिर उससे पीछे नहीं हटते थे। उनकी कथनी और करनी में समानता थी, जिस कारण वे स्वयंसेवकों के बीच अत्यंत सम्मानित और लोकप्रिय थे।
परिवारिक पृष्ठभूमि और अंतिम विदाई
नवल जी के पिता स्व. तृप्ति नारायण जी एक कृषक थे। वे कुल छह भाई–बहनों में से एक थे। उनके तीन भाई सरकारी सेवा में कार्यरत हैं, जबकि सबसे छोटे भाई कौशलेंद्र प्रसाद सिंह एक निजी विद्यालय का संचालन करते हैं। संघ और समाज को समर्पित नवल प्रसाद जी का जीवन प्रेरणादायक रहा। उनके निधन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, किसान संघ तथा सामाजिक क्षेत्र से जुड़े तमाम लोगों में शोक की लहर है।