विश्वामित्र लाइब्रेरी से जुड़े युवाओं को मिला 'विद्या' का उपहार

जिले के माडल विद्यालय एमपी हाई स्कूल में संचालित निःशुल्क विश्वामित्र लाइब्रेरी के युवाओं की सरस्वती पूजा के मौके पर 'विद्या' का उपहार मिला है। केंद्रीय राजस्व सेवा के अधिकारी और बिहार-झारखंड के कस्टम आयुक्त यशोवर्धन पाठक ने यहां के युवाओं को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को उनकी जरूरत की किताबें उपहार स्वरूप भेंट की हैं। इसके लिए लाइब्रेरी में सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले युवाओं ने उनसे बीते दिनों अनुरोध किया था। स्कूल के तत्कालीन प्रधानाचार्य विजय मिश्र के अनुरोध पर गत 21 जनवरी की पाठक और उनके साथ भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी आलोक रंजन झा यहां आए थे। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने इस लाइब्रेरी में आकर अलग-अलग प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को मार्गदर्शन दिया था. तब युवाओं ने यह समस्या उठाई थी कि लाइब्रेरी में ज्यादातर साहित्य की पुस्तकें हैं
यहां पढ़ने वाले सभी बच्चे प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए आते हैं, लेकिन इसके लिए लाइब्रेरी में कोई किताब अबतक नहीं थी.
इसपर कस्टम आयुक्त ने युवाओं से कहा था कि वे अपनी जरूरत वाली पुस्तकों की सूची बनाकर उन्हें दे दें. युवाओं की ओर से दी गई. सूची के अनुसार पुस्तकें खरीदकर उन्होंने सरस्वती पूजा के पावन मौके पर लाइब्रेरी को उपलब्ध करा दी हैं. लाइब्रेरी से जुड़े युवा कौशल कुमार, कृष्णा, विकास, काजल, नेहा अनु, अर्चना आदि ने इस पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया. युवाओं ने कहा कि कस्टम आयुक्त की पहल से उन सभी का हौसला बढ़ा है.

इस लाइब्रेरी में सुबह सात-आठ बजे से लेकर रात के नौ बजे तक युवा प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. इसके लिए उनका मुख्य तरीका स्वाध्याय और समूह चर्चा है. मॉडल स्कूल के विस्तृत परिसर में यह लाइब्रेरी पिछले हिस्से में है. जहां आने जाने में रात को अंधेरा रहता था. इसे देखते हुए बीते दिनों कस्टम आयुक्त की पहल पर पूरे रास्ते में सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थी. साथ ही पुस्तकालय परिसर से सटे एक शौचालय परिसर से सटे एक शौचालय परिसर का निर्माण केंद्रीय कर विभाग की स्वस्छता निधा कराया गया था.