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गोपाल खेमका हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई: गांधी मैदान थाना प्रभारी निलंबित, SSP ने रिपोर्ट में गिनाई लापरवाही

 

Patna: राजधानी पटना के चर्चित गोपाल खेमका हत्याकांड मामले में पुलिस महकमे की लापरवाही अब महज़ आरोपों तक सीमित नहीं रही। सोमवार को पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा की रिपोर्ट के आधार पर आईजी जितेंद्र राणा ने गांधी मैदान थाना के थाना प्रभारी राजेश कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।

सूत्रों के अनुसार, गोपाल खेमका की हत्या की जांच में थाने की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। खास बात यह है कि हत्या थाने से महज कुछ ही कदम की दूरी पर हुई थी। और आरोपी आसानी से फरार हो गया, जबकि पुलिस काफी देर से मौके पर पहुंची।

लापरवाही के कई स्तर: SSP की समीक्षा रिपोर्ट में खुलासा

एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बीते दिनों गांधी मैदान थाना की कार्यशैली की विस्तार से समीक्षा की थी। इसमें पाया गया कि:

  • विधि व्यवस्था को नियंत्रित करने में लगातार विफलता रही।
  • घटनास्थल से थाने की नजदीकी के बावजूद देर से प्रतिक्रिया दी गई।
  • गोपाल खेमका हत्याकांड में प्राथमिक प्रतिक्रिया, घेराबंदी और छानबीन में गंभीर ढिलाई बरती गई।
  • थानेदार राजेश कुमार की निगरानी प्रणाली और सूचना तंत्र कमजोर पाया गया।

इन्हीं बिंदुओं को आधार बनाकर एसएसपी ने तत्काल कार्रवाई की सिफारिश की, जिसे आईजी ने मंजूरी दे दी।

हत्या के बाद बढ़ी थी सियासी और सामाजिक नाराज़गी

गौरतलब है कि कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या ने राजधानी में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए थे। परिजनों ने साफ आरोप लगाया था कि हत्या के बाद पुलिस मौके पर बहुत देर से पहुंची और कोई फौरन कार्रवाई नहीं की गई। यह मामला न सिर्फ सुरक्षा की विफलता की मिसाल बना, बल्कि थाने के भरोसे पर भी सीधा हमला माना गया है।

राजेश कुमार का कार्यकाल मात्र 4 महीने में समाप्त

राजेश कुमार को 4 महीने पहले ही गांधी मैदान थाने का प्रभार दिया गया था, लेकिन इस दौरान इलाके में आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई। साथ ही इस घटना की सूचना पर कार्रवाई में देरी और जनता के साथ समन्वय की कमी जैसी समस्याएं भी सामने आती रहीं। अब उन्हें गंभीर प्रशासनिक लापरवाही के आरोप में पद से हटा दिया गया है।