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Mujaffarpur Crime News: स्विट्ज़रलैंड नौकरी घोटाला: पिता-पुत्री पर शिकंजा, अंतरराष्ट्रीय ठगी नेटवर्क बेनकाब

 
स्विट्ज़रलैंड नौकरी घोटाला: पिता-पुत्री पर शिकंजा, अंतरराष्ट्रीय ठगी नेटवर्क बेनकाब

Mujaffarpur Crime News: मुज़फ्फरपुर साइबर थाने में दर्ज एक शिकायत ने विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर चल रहे बड़े अंतरराष्ट्रीय ठगी नेटवर्क की परतें खोल दी हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह कोई साधारण साइबर फ्रॉड नहीं, बल्कि कई देशों तक फैला संगठित रैकेट है, जिसने देश के अलग-अलग हिस्सों के युवाओं को निशाना बनाया।

जांच एजेंसियों के अनुसार, इस नेटवर्क का संचालन लुधियाना के मॉडल टाउन इलाके के रहने वाले नेम चंद जैन और उनकी बेटी हिना जैन कर रहे थे। आरोप है कि दोनों ने स्विट्ज़रलैंड में मोटी तनख्वाह वाली नौकरी और वहां की नागरिकता दिलाने का झांसा देकर युवाओं से लाखों रुपये वसूले।

भारत से स्विट्ज़रलैंड तक फैला नेटवर्क

अधिकारियों का कहना है कि गिरोह दो मुख्य ठिकानों से सक्रिय था—एक पंजाब के लुधियाना में और दूसरा स्विट्ज़रलैंड के जेनेवा शहर में। इन्हीं पतों के जरिए खुद को अंतरराष्ट्रीय कंसल्टेंसी बताकर लोगों का भरोसा जीता जाता था। विदेश में बेहतर जीवन, यूरोप में सेटलमेंट और स्विस पासपोर्ट जैसे सपनों को हथियार बनाकर ठगी की जाती थी।

एक जांच अधिकारी ने बताया कि ठगों का तरीका बेहद पेशेवर था। पहले सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स के जरिए संपर्क किया जाता, फिर फर्जी दस्तावेज और आकर्षक ऑफर दिखाकर पीड़ितों से रकम ट्रांसफर कराई जाती थी।

FIR के बाद तेज हुई जांच

इस मामले में मुज़फ्फरपुर साइबर थाने में एफआईआर संख्या 100/2025 दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता उत्कर्ष कुमार, भगवानपुर चौक निवासी, ने बताया कि दिसंबर 2024 में उनसे टेलीग्राम के माध्यम से संपर्क किया गया था। उन्हें स्विट्ज़रलैंड में नौकरी, करीब दो लाख रुपये मासिक वेतन और नागरिकता दिलाने का भरोसा दिया गया।

जांच में संकेत मिले हैं कि इसी तरह के ऑफर देकर कई अन्य युवाओं से भी मोटी रकम ली गई। अब भारतीय एजेंसियां विदेशी जांच संस्थाओं के साथ तालमेल कर रही हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है।

फिलहाल पुलिस पीड़ितों की संख्या, ठगी की कुल रकम और नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान में जुटी है।