Movie prime

अररिया में चौंकाने वाला खुलासा: 24 घंटे में हत्या की गुत्थी सुलझी, होमगार्ड जवान और उसके परिवार ने रची थी साजिश

 
Crime report

Bihar news: अररिया जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र में हुए सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस ने महज़ 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। इस मामले में जो सच सामने आया है, उसने सभी को हैरान कर दिया। बेलसरा गांव में घर के दरवाजे पर सो रहे रंजन कुमार सिंह उर्फ रंजन यादव की हत्या किसी बाहरी अपराधी ने नहीं, बल्कि गांव के ही एक होमगार्ड जवान और उसके परिवार के सदस्यों ने मिलकर की थी।

पुलिस ने वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर इस हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए होमगार्ड जवान सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली गई है।

दरवाजे पर सोते वक्त मारी गई थी गोली

सदर एसडीपीओ सुशील कुमार सिंह ने मंगलवार को प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को रानीगंज थाना क्षेत्र के बेलसरा गांव, वार्ड संख्या-5 में रंजन यादव की घर के बाहर सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत फैल गई थी।

पत्नी के बयान से खुला मामला

मृतक की पत्नी ललिता देवी के फर्द बयान पर रानीगंज थाना में कांड संख्या 459/25 (दिनांक 15.12.2025) दर्ज किया गया था। प्राथमिकी में धारा 103(1), 61(2) बीएनएस एवं 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए गांव के होमगार्ड जवान जयप्रकाश यादव सहित उनके परिवार के छह सदस्यों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था।

तकनीकी साक्ष्य बने अहम कड़ी

पुलिस द्वारा गठित विशेष जांच टीम ने जब तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान किया तो यह साफ हो गया कि घटना के समय होमगार्ड जवान जयप्रकाश यादव मौके पर मौजूद था। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।

इसके साथ ही पुलिस ने जयप्रकाश यादव के दो पुत्र — रूपेश यादव और देवेश यादव, तथा रूपेश यादव की पत्नी निरोधा देवी को भी हिरासत में ले लिया। सभी आरोपी रानीगंज थाना क्षेत्र के बेलसरा गांव, वार्ड संख्या-7 के निवासी हैं।

हत्या में इस्तेमाल बाइक बरामद

एसडीपीओ सुशील कुमार सिंह ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। मामले में आगे की पूछताछ जारी है और अन्य साक्ष्य भी जुटाए जा रहे हैं।

इनकी रही छापेमारी में अहम भूमिका

इस पूरे मामले के उद्भेदन में रानीगंज थानाध्यक्ष रविरंजन सिंह, सब इंस्पेक्टर सरोज कुमारी वर्मा, राजू कुमार, एएसआई रवि प्रकाश द्विवेदी, गौरीशंकर यादव और डीआईयू टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहराई से जांच जारी है और दोषियों को कानून के मुताबिक सख्त सजा दिलाने की कार्रवाई की जाएगी।