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डंडा, बेल्ट, चाकू और फंदा… क्या ऐसी होती है खुदकुशी? जानिए हैवान पति कि दिल दहला देने वाली साजिश…

 
नालंदा crime न्यूज़

Nalanda: नालंदा जिले के दीपनगर थाना क्षेत्र में एक शादीशुदा महिला की संदिग्ध हालात में मौत ने इलाके में सनसनी फैला दी है। मृतका की पहचान गंगा बिगहा गांव निवासी गोविंदा कुमार की 22 वर्षीय पत्नी सुषमा कुमारी के रूप में हुई है। मायके वालों का आरोप है कि सुषमा की हत्या उसके पति ने की है, वजह थी दहेज की मांग और पति के अवैध संबंधों का विरोध।

तीन साल पहले हुई थी शादी, अब दो मासूम बच्चों के सिर से उठा मां का साया

साल 2022 में सुषमा की शादी गोविंदा से हुई थी। शुरूआती कुछ महीने सबकुछ सामान्य रहा, एक बेटी भी हुई। लेकिन जल्द ही दो लाख रुपये की मांग को लेकर पति का बर्ताव बदलने लगा। बात-बात पर मारपीट होने लगी। इसी दौरान सुषमा को अपने पति के किसी अन्य महिला से संबंध की भनक लगी। जब उसने विरोध किया तो हालात और बिगड़ते गए।

भाई का आरोप: बेल्ट-डंडे से पीटकर गला दबाया, फिर लटका दिया शव

मृतका के भाई ने बताया कि बुधवार को पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद गोविंदा ने बेल्ट और डंडे से सुषमा की बेरहमी से पिटाई की और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को कमरे में फंदे से लटका दिया गया। इसके बाद गोविंदा ने मृतका के मायके में फोन कर कहा कि सुषमा ने खुदकुशी कर ली है। जब परिजन मौके पर पहुंचे तो उन्होंने कमरे में शव के अलावा एक डंडा, बेल्ट और दो धारदार चाकू बेड पर पड़े देखे। यह सब देख कर परिवार वालों ने साफ कहा कि ये खुदकुशी नहीं, सुनियोजित हत्या है।

पुलिस जांच में जुटी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

घटना की सूचना पर दीपनगर थाना पुलिस सुबह करीब 6 बजे गांव पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ मॉडल अस्पताल भेज दिया। दीपनगर थानाध्यक्ष जितेंद्र राम ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

पीछे रह गए दो मासूम बच्चे

सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि सुषमा अब इस दुनिया में नहीं रही, लेकिन उसके पीछे डेढ़ साल की बेटी तन्नू कुमारी और 9 महीने का बेटा तेजस कुमार बेसहारा हो गए हैं। उनके सिर से मां का साया उठ चुका है।

न्याय की मांग
सुषमा के परिवार ने पुलिस प्रशासन से आरोपी पति की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है। परिजनों का कहना है कि अगर समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो ऐसी घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं।

ये भी एक सच्चाई है
हर दिन कहीं न कहीं, किसी महिला को सिर्फ इसलिए अपनी जान गंवानी पड़ती है क्योंकि वह आवाज उठाती है कभी दहेज के खिलाफ, कभी धोखे के खिलाफ।