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Atal Bihari Vajpayee Jayanti: अटल की 101वीं जयंती पर देश ने किया नमन, सीएम नीतीश ने दी श्रद्धांजलि

 
पटना डेस्क

Patna Desk: भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर देशभर में उन्हें श्रद्धा के साथ याद किया जा रहा है। 25 दिसंबर को अटल जी की स्मृति में ‘सुशासन दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है। इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुबह-सुबह सोशल मीडिया के माध्यम से अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

सीएम नीतीश ने जताया सम्मान

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर सादर नमन।” सीएम ने अपने संदेश के जरिए देश के महान नेता के प्रति सम्मान प्रकट किया।

अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के उन विरले नेताओं में शामिल रहे, जिनकी स्वीकार्यता सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष में भी थी। वे न केवल एक कुशल प्रशासक थे, बल्कि ओजस्वी वक्ता और संवेदनशील कवि के रूप में भी पहचाने जाते थे।

तीन बार संभाली देश की कमान

25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी ने राजनीति की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से की। जनसंघ के प्रमुख नेताओं में रहने के बाद वे भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक स्तंभों में शामिल हुए। वर्ष 1996 में वे पहली बार 13 दिनों के लिए प्रधानमंत्री बने। इसके बाद 1998-99 और फिर 1999 से 2004 तक उन्होंने देश का नेतृत्व किया।

प्रधानमंत्री रहते हुए अटल जी ने पोखरण परमाणु परीक्षण, राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना और भारत-पाक संवाद की पहल जैसे कई ऐतिहासिक फैसले लिए, जिनकी छाप आज भी देश की नीतियों में दिखाई देती है।

राजनीति के साथ कविता में भी अमिट पहचान

अटल बिहारी वाजपेयी को राजनीति में सहमति और संवाद की राजनीति का प्रतीक माना जाता है। उनकी कविताओं में राष्ट्रप्रेम, लोकतंत्र और मानवीय संवेदनाओं की गहरी झलक मिलती है। उनके योगदान को देखते हुए वर्ष 2015 में उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया। 16 अगस्त 2018 को उनके निधन से देश ने एक युगद्रष्टा नेता को खो दिया।

नीतीश कुमार से रहा विशेष संबंध

राजनीतिक रूप से अटल बिहारी वाजपेयी और नीतीश कुमार के रिश्ते हमेशा चर्चा में रहे हैं। नीतीश कुमार अटल सरकार में रेल मंत्री रह चुके हैं और कई मौकों पर वे अटल जी के मार्गदर्शन और स्नेह की बात स्वीकार कर चुके हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश कुमार के राजनीतिक उतार-चढ़ाव में अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। यही वजह है कि अलग-अलग राजनीतिक परिस्थितियों के बावजूद नीतीश कुमार ने हमेशा अटल जी के प्रति सम्मान और कृतज्ञता बनाए रखी है।