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Doctors Strike: पटना के PMCH भी पहुंचा एईएस, डॉक्टरों के हड़ताल से मचा हाहाकार

बिहार में एक तरफ जहां एईएस और लू से मौत का सिलसिला जारी है तो वहीं आज जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से हाहाकार मचा हुआ है. पटना समेत पूरे बिहार में आज जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था पर बुरा असर देखने को मिल रहा है. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से आज सुबह… Read More »Doctors Strike: पटना के PMCH भी पहुंचा एईएस, डॉक्टरों के हड़ताल से मचा हाहाकार
 

बिहार में एक तरफ जहां एईएस और लू से मौत का सिलसिला जारी है तो वहीं आज जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से हाहाकार मचा हुआ है. पटना समेत पूरे बिहार में आज जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था पर बुरा असर देखने को मिल रहा है. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से आज सुबह से ही स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से लाचार दिख रही है और अस्पताल की स्थिति और भी भयावह हो गई है.

सूबे के मुजफ्फरपुर में हड़ताल के कारण एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम यानि (AES) से हो रही मौतों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. अस्पताल में इलाज के लिए आए 100 बच्चों ने जहां दम तोड़ दिया है तो बीमार बच्चों की तादाद भी लगातार बढ़ रही है.

मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में 83 जबकि केजरीवाल अस्पताल में 17 बच्चे की मौत हुई है. इस बीच जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल ने अस्पताल की स्थिति और भी भयावह कर दी है. मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में ओपीडी काउंटर पूरी तरह से बंद कर दिया गया है जिससे दूर दराज से आए मरीजों और परिजनो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

एक तरफ जहां बच्चो की लगातार मौत हो रही है वहीं डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर डॉक्टरों की संवेदना कहां चली गई है?

जानकारी के मुताबिक पटना के पीएमसीएच में भी एईएस से अबतक 11 बच्चे भर्ती हुए हैं, जिसमें से 10 बच्चों का इलाज हो रहा है. बता दें कि इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई थी वहीं एईएस वार्ड में अभी भी कई बच्चे भर्ती, हैं जिनमें से 5 बच्चों की फिलहाल हालत गंभीर बनी हुई है.

पीएमसीएच में सुबह से ही रजिस्ट्रेशन काउंटर और ओपीडी के बाहर मरीजों की भीड़ लगी है और मरीज कतारों में लगकर डॉक्टरों का इंतजार कर रहे हैं. सभी विभागों का ओपीडी ठप्प हो गया है जिसे सीनियर और जूनियर डॉक्टरों ने मिल कर ठप्प किया है.

हड़ताल के समर्थन में आईएमए, आरडीए, जेडीए, एफडीए सभी एकजुट हैं वहीं आईजीआईएमएस में भी हड़ताल से त्राहिमाम मचा है. दूर-दूर से आए मरीजों के पास इलाज को कोई विकल्प नहीं बचा है. हड़ताल के कारण निजी अस्पतालों में भी चिकित्सकों ने कामकाज ठप्प कर दिया है.

बता दें कि कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में दो डॉक्टरों के साथ मारपीट के बाद देश भर में डॉक्टर हड़ताल पर हैं. आईएमए (इंडियन मेडिकल कांउसिल) दिल्ली की कॉल पर डॉक्टरों ने हड़ताल किया है.