बेबस बेटे ने अपनी मां को अंतिम विदाई देने के लिए गया, “तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई”, डॉक्टर भी रो पड़े

कोरोना वायरस से देश का बुरा हाल है. हर दिन लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं और हज़ारों लोगों की मौत हो रही है. इस सब के बीच डॉक्टर्स और मेडिकल से जुड़े लोग लगातार काम कर रहे हैं. दीपशिखा घोष डॉक्टर हैं. उन्होंने एक बेहद भावुक कर देने वाला वाकया अपने ट्विटर पेज पर शेयर किया है.

दीपशिखा ने पूरे वाकये को तीन ट्वीट में बताया है. उन्होंने लिखा-
आज मैंने अपना काम समेटने से पहले एक कोविड मरीज़ के रिश्तेदारों को कॉल किया जो शायद ही अब बच सके. हम अपने हॉस्पिटल में इस तरह के लोगों के लिए ये चीज़ें आमतौर पर करते हैं. कोविड मरीज़ के बेटे ने मुझसे मेरे कुछ मिनट मांगे थे. उसने अपनी मरती हुई मां के लिए एक गीत गाया.


अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा-
उसने, ‘तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई…’ गीत गाया. मैं वहीं फोन पकड़े खड़ी थी और उसकी मां और उसे गाते देख रही थी. नर्सें नज़दीक आकर चुपचाप खड़ी हो गईं. वह गाते हुए बीच में एकदम से टूट गया लेकिन उसने गीत को पूरा किया. उसने मुझसे अपनी मां के बारे में पूछा. शुक्रिया कहा और कॉल काट दिया.

तीसरे और आख़िरी ट्वीट में दीपशिखा ने लिखा-
मैं और नर्सें वहीं खड़े रहे. हमने अपना सिर हिलाया, हमारी आंखे नम हो गईं थीं. इसके बाद नर्सें एक एक कर अपने अपने मरीज़ के पास चली गईं. इस गीत ने हम सभी को हमेशा के लिए बदल दिया है, कम से कम मुझे तो. यह गीत हमेशा उनका रहेगा.
डॉक्टर दीपशिखा की यह पोस्ट वायरल हो गई. इसके बाद मरीज़ के बेटे सोहम चटर्जी ने एक फेसबुक पोस्ट किया और अपनी मां की मौत की ख़बर दी. उन्होंने लिखा-

यह वाकया अपोलो ग्लेनेगल्स, कंकुरगाछी में हुआ. वह गीत गाने वाला बेटा मैं ही हूं. मरने वाली संघमित्रा चटर्जी मेरी मां थी. सुबह 3:25 बजे उन्होंने हमारा साथ छोड़ दिया.
देश में कोरोना की दूसरी वेव है. केस भयानक तेज़ी से बढ़ रहे हैं. मास्क लगाने को विज्ञान कहता है. उसका पालन करिए. शारीरिक दूरी बनाने को विज्ञान कहता है, वो बात भी मानिए और वैक्सीन लगवाने की बारी आए तो लगवा लीजिए.