JSSC CGL पर हाईकोर्ट के फ़ैसले से रांची में जश्न...अभ्यर्थियों ने कहा-करियर की नई शुरुआत हुई
Jharkhand Desk: झारखंड हाईकोर्ट द्वारा जेएसएससी संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (सीजीएल) के कथित पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका को खारिज कर देने के बाद राज्यभर के अभ्यर्थियों में खुशी की लहर दौड़ गई है. फैसले के कुछ ही घंटों के भीतर रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर अभ्यर्थी जमा हो गए और जमकर जश्न मनाया. कई अभ्यर्थियों ने एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाईं और ढोल–नगाड़ों की थाप पर खुशी जाहिर की.
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अभ्यर्थियों का कहना है कि लंबे समय से रिजल्ट जारी होने का इंतजार था, जिससे उनकी तैयारी और रोजगार दोनों प्रभावित हो रहे थे. हाईकोर्ट द्वारा रिजल्ट जारी कर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए जाने के बाद अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली. कई अभ्यर्थियों ने इसे 'करियर की नई शुरुआत' बताते हुए सरकार और आयोग से जल्द प्रक्रिया पूरी करने की अपील की.
वहीं, जिन अभ्यर्थियों की ओर से याचिका दायर की गई थी, उन्होंने सुनवाई के दौरान दावा किया था कि 22 सितंबर 2024 को आयोजित परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र लीक हुआ था. कोर्ट में पेश दलीलों में व्हाट्सएप चैट, संदिग्धों के बयान, नेपाल कनेक्शन और कथित भुगतान के सबूतों का हवाला दिया गया था. उनकी ओर से वरीय अधिवक्ता अजीत कुमार और अधिवक्ता समीर रंजन ने बहस की थी.
इन अभ्यर्थियों के रिजल्ट पर लगाई गई रोक
हाईकोर्ट की खंडपीठ, जिसमें चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस राजेश शंकर शामिल थे. उन्होंने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद 3 नवंबर को फैसला सुरक्षित रखा था. बुधवार को अदालत ने सीबीआई जांच की मांग को खारिज करते हुए आयोग को परिणाम जारी करने का निर्देश दिया. हालांकि, कोर्ट ने उन दस अभ्यर्थियों के रिजल्ट पर रोक लगा दी है, जिन्होंने नेपाल में रहकर परीक्षा की तैयारी की थी.
फैसले के बाद अल्बर्ट एक्का चौक पर जुटे अभ्यर्थियों ने कहा कि हाईकोर्ट का निर्णय उनके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है. कई छात्रों ने पोस्टर लेकर कृतज्ञता जताई. कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि वे महीनेभर से फैसले का इंतजार कर रहे थे और अब उम्मीद है कि नियुक्ति प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. हाईकोर्ट के इस फैसले ने एक ओर जहां हजारों अभ्यर्थियों में नई उम्मीद जगाई है, वहीं लंबे समय से अटकी भर्ती प्रक्रिया का रास्ता भी साफ हो गया है.







