Cyclone Montha Alert: झारखण्ड सरकार हाई अलर्ट पर...आज मोंथा तूफान मचाएगा तांडव, बारिश से मचेगा हाहाकार
Jharkhand Desk: झारखंड राज्य में पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क दिखाई दे रहा था. जिसके बाद से पिछले 24 घंटे में खासतौर पर पूर्वी सिंहभूम और जमशेदपुर में अच्छी खासी बारिश देखी गई, जिससे अधिकतम तापमान में 5 डिग्री की गिरावट आई और मौसम एकदम ठंडा हो गया. आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. इरफान अंसारी (Irfan Ansari) ने बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहे 'मौंथा' चक्रवात को देखते हुए झारखण्ड के सभी जिलों के उपायुक्तों को सतकर्ता एवं आवश्यक तैयारी के निर्देश जारी किए हैं. यही हाल तूफान मोंथा की वजह से अन्य जिलों में भी देखा गया. अब झारखंड में मोंथा तूफान पूरी तरह से एक्टिव हो गया है. रांची मौसम विभाग ने लोगों को सावधान रहने की चेतावनी जारी किया है.
आज इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
झारखंड में खासतौर पर कुछ जिले जैसे रांची, गुमला, सिमडेगा, पश्चिमी व पूर्वी सिंहभूम, खूंटी, लातेहार व लोहरदगा इन जिलों में अच्छी खासी जोरदार बारिश की प्रबल संभावना है. बारिश के साथ-साथ वज्रपात भी देखने को मिलेगा. ऐसे में घर से बाहर अगर निकलते हैं, तो थोड़ा सावधान होकर रहे. खासतौर पर दोपहर के बाद से मौसम बदलने की पूरी संभावना है.
प्रमुख शहरों का तापमान और AQI

झारखंड में तेज हवाएँ, भारी वर्षा की चेतावनी
मंत्री डॉ. अंसारी ने कहा कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार यह चक्रवात एक गंभीर ट्रॉपिकल तूफान के रूप में विकसित हो सकता है, जिसके प्रभाव से झारखण्ड के दक्षिणी एवं मध्य हिस्सों में तेज हवाएँ, भारी वर्षा एवं बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की संभावना जताई गई है. उन्होंने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि स्थिति से निपटने के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाए जाएं.

31 अक्टूबर तक बारिश की चेतावनी
इस साइक्लोनिक सरकुलेशन का असर खासतौर पर 31 अक्टूबर तक देखने को मिलेगा. 1 नवंबर को हल्की-फुल्की बारिश की संभावना है, लेकिन 31 तक भारी बारिश को लेकर पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया गया है. साथ में वज्रपात भी, ऐसे में लोगों को 3 दिन फिर से बारिश से निपटना होगा.
"जनता सतर्क रहें व अफवाहों से बचें", मंत्री इरफान अंसारी ने की अपील
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. सभी उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि हर स्तर पर तैयारी पूरी रखी जाए ताकि किसी भी प्रकार की जनहानि या क्षति को न्यूनतम किया जा सके. उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि जिलों द्वारा की गई तैयारियों और उठाए गए कदमों की रिपोर्ट तत्काल आपदा प्रबंधन विभाग को उपलब्ध कराई जाए. डॉ. अंसारी ने जनता से भी अपील की है कि वे सतर्क रहें, अफवाहों से बचें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
मौसम विभाग ने किसानों को किया अलर्ट
बता दें कि मोंठा तूफान का नाम थाईलैंड के एक सुगंधित फूल के नाम पर रखा गया है. जो अपनी खास सुगंध के लिए मशहूर है. तूफान में तेज बारिश के साथ वज्रपात और हवा चलेगी, जिसकी वजह से किसानों के खेतों में लगे फसल बर्बाद हो सकती है. ऐसे में रांची मौसम विभाग ने किसानों को अलर्ट किया है और अपने फसल को कटाई कर सुरक्षित स्थान पर रखने को कहा गया है.







