झारखंड पुलिस की पिछले 9 महीने के दौरान नक्सली फ्रंट से लेकर साइबर सहित संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाई
Jharkhand Desk: इन दो महीनों में पुलिस ने
- 12,651 वारंट निष्पादित किए
- 4,186 अपराधियों को गिरफ्तार किया,
- 413 वाहन जप्त,
- 136 हथियार और 1,221 गोलियां बरामद कीं.
Jharkhand Desk: झारखंड पुलिस ने वर्ष 2025 के जनवरी से सितम्बर माह तक नक्सल उन्मूलन, साइबर अपराध नियंत्रण और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी कार्रवाई करते हुए बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार राज्यभर में नक्सली गतिविधियों पर नकेल कसते हुए भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और नकद लेवी की बरामदगी की गई है.
नक्सल अभियान में बड़ी सफलता
जनवरी से सितम्बर 2025 तक झारखंड पुलिस ने नक्सलियों से 157 हथियार बरामद किए, जिनमें 58 पुलिस से लूटे गए, 20 रेगुलर और 68 देशी हथियार शामिल हैं. इसके अलावा 11,950 गोलियां, 18,884 डेटोनेटर, 394.5 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ और 39.53 लाख रुपये की लेवी राशि बरामद की गई. इस दौरान 228 आईईडी को निष्क्रिय किया गया और 37 बंकर ध्वस्त किए गए.
पुलिस ने 266 नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिनमें कई बड़े इनामी शामिल हैं. प्रमुख गिरफ्तारियों में शामिल हैं-
- आक्रमण गंझू उर्फ रविंद्र गंझू (TSPC) – 15 लाख का इनामी
- रणविजय महतो (Mao) – 15 लाख का इनामी
- कुंदन खेरवार उर्फ सुधीर सिंह (Mao) – 10 लाख का इनामी
- कृष्णा यादव उर्फ तुफान जी (PLFI) – 2 लाख का इनामी
- इसके अलावा विभिन्न संगठनों के 14 एरिया कमांडर और कई सब-जोनल कमांडर भी गिरफ्तार हुए हैं.
इसी अवधि में 30 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जबकि पुलिस मुठभेड़ में 32 नक्सली मारे गए. मारे गए नक्सलियों में शीर्ष माओवादी नेता विवेक उर्फ प्रयाग मांझी और अनुज उर्फ सहदेव सोरेन जैसे एक करोड़ के इनामी भी शामिल थे.
साइबर अपराध पर पुलिस की सख्ती
अगस्त और सितम्बर 2025 में राज्यभर में 128 साइबर अपराध के मामले दर्ज किए गए. इनमें 105 अपराधी गिरफ्तार किए गए. पुलिस ने 139 मोबाइल फोन, 166 सिम कार्ड, 60 एटीएम कार्ड, 15 पासबुक, 11 चेकबुक, दो लैपटॉप, तीन बाइक और 2.81 लाख रुपये नकद बरामद किए. साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और NCRP पोर्टल के माध्यम से 4,281 शिकायतें दर्ज की गईं. इनमें से 7.42 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए और 37.28 लाख रुपये प्रभावित लोगों के खातों में वापस कराए गए. ‘प्रतिबिंब ऐप’ के माध्यम से तीन मामलों में 8 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी भी हुई.
अगस्त-सितम्बर में अपराध नियंत्रण अभियान
इन दो महीनों में पुलिस ने
- 12,651 वारंट निष्पादित किए,
- 4,186 अपराधियों को गिरफ्तार किया,
- 413 वाहन जप्त,
- 136 हथियार और 1,221 गोलियां बरामद कीं.
महिलाओं से जुड़े अपराधों में त्वरित कार्रवाई करते हुए ITSSO प्रणाली के तहत 60 दिनों में 297 कांडों का निष्पादन किया गया.
प्रमुख आपराधिक मामलों में बड़ी कार्रवाइयां
- 23 अगस्त: एटीएस रांची ने अजरबैजान से प्रत्यार्पण कर अमन साहू गिरोह के अपराधी सुनील कुमार उर्फ मीणा उर्फ मयंक सिंह को गिरफ्तार किया.
- 10 सितम्बर: लोअर बाजार, रांची से एक कट्टरपंथी संगठन से जुड़े युवक को हथियार और रसायन सहित पकड़ा गया.
- 14 सितम्बर: गिरिडीह में 41,600 लीटर स्प्रिट जैसा पदार्थ जब्त, 5 गिरफ्तार.
- 23 सितम्बर: रामगढ़ में डकैती कांड के चार अपराधी गिरफ्तार, चार हथियार और 21 जिंदा गोली बरामद.
- 29 सितम्बर: खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र में 1.40 करोड़ रुपये मूल्य का 838 किलोग्राम डोडा जब्त.
- 15 सितम्बर: हजारीबाग में 9 अपराधी गिरफ्तार, 1.1 किलो सोना और 25 चांदी के सिक्के बराम.
- 13 सितम्बर: बोकारो में इंटर-स्टेट चोरी गिरोह का पर्दाफाश, नकद, सोना, चांदी और औजार बरामद.
- 4 सितम्बर: जमशेदपुर में 7 अपराधी गिरफ्तार, एक देशी पिस्टल, 10.69 लाख नकद जब्त.
- 22 अगस्त: रांची पुलिस ने 3.25 लाख रुपये के जाली नोटों के साथ दो अपराधी पकड़े.
- 21 अगस्त: सिमडेगा में 322 किलोग्राम गांजा जब्त.
- 22 अगस्त: सिमडेगा में 47 लाख रुपये का अवैध पान मसाला जब्त किया गया.
झारखंड पुलिस का संकल्प
महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक झारखंड के नेतृत्व में पुलिस राज्य को अपराध और उग्रवाद से मुक्त करने के लिए संकल्पित है.
झारखंड पुलिस नागरिकों की सुरक्षा, न्याय और समाज में शांति स्थापित करने के लिए लगातार अभियान चला रही है.







