पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने आदिवासी महिलाओं की सुरक्षा पर जताई चिंता
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपाई सोरेन ने सरायकेला में पत्रकारों से बातचीत करते हुये आदिवासी बहू-बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जब आदिवासी महिलाएं दूसरे समाज में शामिल होती हैं, तो उन्हें आदिवासी समाज द्वारा स्वीकार नहीं किया जाता, जिससे उनके अस्तित्व पर संकट उत्पन्न हो गया है।
संथाल प्रमंडल के दौरे के बाद चंपाई सोरेन ने दावा किया कि भाजपा की स्थिति वहां मजबूत है और उन्होंने आशा व्यक्त की कि पूरे राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण गांवों की बिगड़ती स्थिति की ओर भी इशारा किया, जो आदिवासी महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन रहा है। उनका मानना है कि हर समाज में मां, बहन और बेटी की सुरक्षा सबसे प्राथमिकता होनी चाहिए।
बताते चलें कि पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री पद पर दोबारा बैठने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य समाज सेवा करना है, जो उन्होंने भाजपा में शामिल होने से पहले भी किया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें भाजपा में किसी पद की लालसा नहीं है, बल्कि वे समाज के कल्याण के लिए काम करने में विश्वास रखते हैं। चंपाई सोरेन ने आदिवासी समाज के मुद्दों को उठाते हुए भाजपा को सत्ता में लाने की आवश्यकता पर जोर दिया।